शामली। शामली नगर पालिका परिषद चेयरमैन अरविंद संगल ने सोमवार को नगर पालिका कार्यालय पहुंचकर अपना कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान उन्होंने पालिका सभी अफसरों व कर्मियों के अलावा सभासदों से मुलाकात की। इतना ही नहीं निरीक्षण एवं उपस्थिति रजिस्टर का अवलोकन के दौरान पांच कर्मचारी अनुपस्थित भी मिले। उधर चेयरमैन के संज्ञान में लाया गया कि 42 में छह नलकूप खराब हैं, जबकि 36 चालू हालत में हैं। बताया गया कि शामली में हाउस और वाटर टैक्स का करीब दो करोड़ रुपये बकाया भी है।
चेयरमैन अरविंद संगल ने इन तमाम समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए सर्वप्रथम जलकल विभाग को तत्काल खराब पड़े नलकूपों को रिबोर कराने के निर्देश दिए, जिससे कि कहीं पर पानी की समस्या पैदा न हो। खासतौर से रेलपार, कमला कालोनी, मदरसा स्थित नलकूप आदि को तत्काल ठीक कराने को कहा गया। बताया गया कि भीषण गर्मी में पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए दो ओवरहेड टैंक से नलकूपों पर दो जनरेटर की व्यवस्था कराई गई है, जिसमें एक जनरेटर खराब होना बताया गया। चेयरमैन से सभी अफसरों व कर्मियों को कार्यप्रणाली में सुधार लाने की नसीहत दी। कहा कि जनता की सेवा एवं उनकी समस्याओं का समाधाना हमारा काम है। इसमें किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी। नगर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए भरसक प्रयास होंगे। इस पांच साल में आम जनता को देखने को मिलेगी कि , किस तरह से ट्रिपल इंजन की सरकार शामली को विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में लगी है।
चेयरमैन अरविंद संगल द्वारा कार्यभार संभालने के बाद वाटर व हाउस टैक्स का मामला सामने आया। बताया गया कि लोगों पर दो करोड़ रुपये वाटर व हाउस टैक्स का बकाया है। चेयरमैन ने बताया कि उनके पिछले कार्यकाल में इनसे कहीं और अधिक बकाया था। इस पर ईओ रामेन्द्र सिंह ने कहा कि साहब! नगर पालिका परिषद की आमदनी बढ़ानी होगी। वसूली में भी तेजी लानी पड़ेगी।
चेयरैन अरविंद संगल जब ईओ रामेन्द्र सिंह, मुख्य सफाई निरीक्षक आदेश सैनी, राखी यादव, जेई एवं निर्माण खंड के अधिकारी व कर्मी के साथ बातचीत कर रहे थे, उस दौरान बताया गया कि नगर पालिका बोर्ड से वाटर टैक्स माफ करने का प्रस्ताव पारित है। जिस वजह से वाटर टैक्स की वसूली नहीं हो पा रही है। इस पर चेयरमैन अरविंद संगल ने कहा कि फिर मुझसे निकाय चुनाव से पूर्व वाटर टैक्स का करीब 26 हजार रुपये क्यों जमा कराया गया, यदि इस तरह का प्रस्ताव पास है तो हमारा रुपया वापस होना चाहिए। इसे दिखवाया जाए।