आगरा। शंकर स्वयं केसरी नंदन, तेज प्रताप महा जगवंदन। श्रीराम के भक्त पवन पुत्र हनुमान को कई नामों से जानते हैं। भूत-पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावै, बजरंग बली के दर्शन मात्र से सारे संकट, बाधाएं दूर होती हैं। लेकिन एक ऐसा रहस्यमयी मंदिर आगरा में है जहां हनुमान भक्त रोजाना दर्शन नहीं कर सकते। सिर्फ वर्ष में एक बार ही यहां भक्तों को हनुमानजी के दर्शन होते हैं।
सैकड़ों साल पुरानी है मंदिर की मान्यता
पट साल में सिर्फ एक बार ही आम भक्तों के लिए खुलते हैं
सेवक परिवार की सातवीं पीढ़ी हनुमानजी की सेवा कर रही है।
आगरा के वजीरपुरा में स्थित है हनुमान मंदिर
मंदिर में हनुमानजी वानरा काल विग्रह पुरारी रूप में विराजमान हैं
राणा प्रताप के जन्म से पहले का है मंदिर का इतिहास
मान्यता है कि विश्व के समस्त विग्रह यहीं स्थापित हैं।
मंदिर के पास ही यहां अखाड़ा है, जिसमें युवा कसरत और मल्लयुद्ध की कला सीखते
मंदिर के महंत कन्नो गुरू ने बताते हैं कि मंदिर बहुत पुराना है। वह अपने परिवार की सातवीं पीढ़ी हैं, जो मंदिर की सेवा कर रहे हैं। पहले मंदिर बगीची के बीच में था। मंदिर के पास ही यहां अखाड़ा भी था, जिसमें युवा कसरत और मल्लयुद्ध की कला सीखते थे।
महंत कन्नो गुरु मानते हैं कि यहां हर कोई नहीं आ सकता, जिसके मन में हनुमान जी के प्रति गहरी आस्था होगी, वहीं उनके दर्शन कर सकता है। वरना लोग उनके प्रभाव को देख भी नहीं पाते। इसी कारण मंदिर के पट सिर्फ हनुमान जन्मोत्सव पर आम भक्तों के लिए दर्शन के लिए खुलते हैं।