बिजनौर। धामपुर चीनी मिल की ओर से गन्ना विकास पर 9.24 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके लिए प्रबंधन ने बजट जारी किया है। गन्ने की फसल में कोई बीमारी घर न कर सकें, इसके लिए कवकनाशी दवा को 50 प्रतिशत की छूट, कृषि उपकरणों की खरीदारी पर 20 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। गन्ने की नवीनतम प्रजातियों के बीज को सरकार की ओर से निर्धारित रेट पर दिया जा रहा है। चीनी मिल के यूनिट हेड सुभाष पांडेय ने बताया कि प्रबंधन गन्ने की उत्कृष्ट पैदावार लेने के कृत संकल्प है। गन्ने की पैदावार बढि़या होगी तो मिल भी तरक्की करेगी। इसी को फोकस कर चीनी मिल प्रबंधन की ओर से 11 करोड़ रुपये का बजट गन्ना विकास पर खर्च किया जा रहा है।
गन्ना महाप्रबंधक ओमवीर सिंह ने बताया कि चीनी मिल की ओर से गन्ने के नए बीज को हरियाणा से मंगा कर किसानों को रियायत दरों पर दिया जा रहा है। इस बीज को मंगाने पर सात सौ रुपये प्रति क्विंटल का खर्चा आ रहा है। मगर, चीनी मिल किसानों को यातायात, कटाई और भराई आदि के खर्च को निकाल सरकारी रेट 425 प्रति क्विंटल के भाव से दे रही है। 275 रुपये प्रति क्विंटल के खर्च को मिल स्वयं वहन कर रही है। बताया कि मिल को अबकी बार बाढ़, बारिश और लाल सड़न रोग के कारण 50 लाख क्विंटल गन्ने का भारी नुकसान है।