नई दिल्ली. केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि केंद्र सरकार ने बीते साल 4 नवंबर को पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम किए थे लेकिन 9 राज्यों ने इसके दाम कम नहीं किए.
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने ग्राहकों को राहत देने के लिए 4 नवंबर 2021 को पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम किए हैं और हमने भी कदम उठाए. लेकिन 9 राज्यों ने इसके दाम कम नहीं किए.”
उन्होंने कहा कि सरकार लगातार उपभोक्ताओं पर बढ़ते बोझ को लेकर कदम उठा रही है. ऐसा माना जा रहा था कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद भारत में भी पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ेंगे.
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हमारी तेल कंपनी और सरकार लगातार रूसी संघ और कई नए बाज़ारों में बातचीत कर रही है. ऐसे में उम्मीद है कि जल्दी नए बाज़ार खुलेंगे और उसको लेकर जो असमंजस की स्थिति है वो दूर होगी.
कांग्रेस की सांसद छाया वर्मा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें सरकार तय करती है जब चुनाव आता है तो कीमत नहीं बढ़ती और जब चुनाव खत्म हो जाते हैं तब बढ़ जाते हैं. ये दिखाता है कि सरकार का पेट्रोल डीजल की कीमतों पर अवैध कब्ज़ा है.
इसके जवाब में हरदीप पुरी ने कहा,” ये आरोप गलत है. पेट्रोल पर सरकार का कोई कब्ज़ा नहीं है. तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय कीमत के आधार पर दाम तय करती हैं. हमारे देश में तो पांचों साल चुनाव होते रहते हैं अभी चुनाव खत्म हुए हैं फिर साल की शुरुआत में चुनाव हैं.” उन्होंने कहा कि कीमतें तेल कंपनियां तय करती हैं लेकिन सरकार उपभोग के स्तर पर उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है.
“यूएस में 50, भारत में सिर्फ 5 फ़ीसदी बढ़े दाम”
हरदीप सिंह पुरी ने इस दौरान अमेरिका, कनाडा, जर्मनी जैसे देशों में बढ़ी तेल की कीमतों के भारत के साथ तुलनामत्मक आंकड़े भी पेश किए.
उन्होंने कहा, “मेरे पास यूएस, कनाडा, जर्मनी, यूके, फ़्रांस, स्पेन, श्रीलंका और भारत के तुलनात्मक डेटा हैं. इन सब देशों में इस अवधि के दौरान पेट्रोल की कीमत में 50, 55, 58, 55 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. भारत में ये केवल 5 फ़ीसदी बढ़ा है.”
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म करने के लिए कूटनीतिक कदमों में तेज़ी आने के बीच तेल की कीमतें पिछले सप्ताह की तरह ही सोमवार को भी 4 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गईं. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बिकने वाले ब्रेंट क्रूड तेल की कीमत भी सोमवार को 3.81 डॉलर या 3.4 प्रतिशत घटीं. सोमवार को इस कच्चे तेल की कीमत 108.86 डॉलर प्रति बैरल रही.
बीते सोमवार को पेट्रोलियम उद्योग के जानकारों के हवाले से बताया था कि भारत में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद पेट्रोल और डीज़ल के दाम 15 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकते हैं.