शामली. कुडाना गांव में विकास के लिए 24.66 लाख रुपए निकाले गए, लेकिन वाउचर दिए गए हैं केवल 11 लाख रुपये के। विकास कार्यों के लिए मिली धनराशि में गड़बड़ी किए जाने पर डीपीआरओ ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को तीन दिनों के अंदर शेष वाउचर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित अवधि में वाउचर उपलबध नहीं कराए गए तो धनराशि का गबन मानते हुए आरसी जारी कर दी जाएगी। बता दें कि एक फरवरी से 18 मई 2022 तक गांव प्रधान और सचिव ने विभिन्न विकास कार्यों के लिए 24,66,723 रुपये निकाले थे। एक सप्ताह पहले डीपीआरओ नंदलाल ने गांव में पहुंचकर विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन किया था।
मौके पर इस धनराशि के विकास कार्य नहीं मिले। इस पर डीपीआरओ ने तीखी नाराजगी जाहिर करते हुए एक सप्ताह में विकास कार्यों के साक्ष्य और खर्च की गई धनराशि का विवरण मांगा था। डीपीआरओ की सख्ती के बाद गांव प्रधान और पंचायत सचिव ने कुछ वाउचर डीपीआरओ कार्यालय में जमा कराए हैं।
डीपीआरओ कार्यालय का कहना है कि बैंक से निकाली गई 24.66 लाख रुपए की धनराशि के सापेक्ष करीब 11 लाख रुपए के ही वाउचर मिले हैं। काला माजरा के वीडीओ को निलंबित करने की संस्तुति ऊन ब्लाक के गांव काला माजरा में विकास कार्यों में धांधली बरते जाने, निर्माण कार्यों की घटिया गुणवत्ता और शौचालय में घटिया सामग्री प्रयोग करने तथा ग्राम पंचायत भवन का निर्माण करने के लिए गलत जमीन का चयन किए जाने पर डीपीआरओ ने सख्त कार्रवाई की संस्तुति की है।
उन्होंने गांव के ग्राम विकास अधिकारी भारत भूषण को निलंबित करने की प्रबल संस्तुति की है। कुड़ाना गांव में बैंक से विकास कार्यों के लिए निकाली गई 24.66 लाख रुपए की धनराशि के सापेक्ष अभी तक करीब 11 लाख रुपए के वाउचर मिले हैं। तीन दिनों के अंदर यदि समस्त राशि के वाउचर नहीं मिलते हैं तो बाकी धनराशि का गबन मानते हुए रिकवरी जारी की जाएगी। इसके अलावा काला माजरा के ग्राम विकास अधिकारी भारत भूषण को निलंबित करने की प्रबल संस्तुति की गई है।