मेरठ. पूरे वेस्ट यूपी में गर्मी अपने पूरे तेवर दिखा रही है। आसमान से आग बरस रही है। अभी राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। रविवार के बाद सोमवार को भी सुबह की शुरुआत तेज धूप के साथ ही हुई। आग उगलती गर्मी से हर ओर लोग परेशान हैं। सूर्य देव के रौद्र रूप से जनमानस हलकान है। लगातार 10 दिन से गर्मी का भीषण प्रकोप झेलते लोगों का बुरा हाल हो गया है। लेकिन हाल फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं।
मेरठ में गर्मी का इस बार भीषण रूप देखने को मिल रहा है। जून का पहला पखवाड़ा बीतने को है पर तापमान एक दिन भी 41 डिग्री सेल्सियस के नीचे नहीं आया है। और तो और बारिश के लिए भी लोग तरस रहे हैं। मानसून के आरंभ वाले माह में अभी तक प्री मानसून बारिश का आंकड़ा नगण्य है। पहले अप्रैल उसके बाद इस बार जून में गर्मी रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। 12 दिनों का औसत अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस है। जनपद पूरी तरह हीटवेव की गिरफ्त में है। रविवार को हवाएं पूरी तरह शांत रही और सूरज की किरणें धरती पर आग बरसाती रहीं। अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री रहा। बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर सन्नाटा पसरा रहा। शाम के बाद ही लोग बाहर निकलने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान विज्ञानी एन सुभाष 15 जून से मौसम में परिवर्तन आने की संभावना है। बारिश और तेज हवाओं से अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी आएगी।
शुक्रवार को गर्मी के साथ तेज धूल भरी हवाओं का भी सितम झेलना पड़ा। लू के थपेड़े आग की तरह शरीर को झुलसा रहे थे। अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 42.1 डिग्री रहा। मौसम के तल्ख तेवरों के चलते दोपहर में व्यस्त रहने वाले बाजारों में भी सन्नाटा छाया रहता है। जून में अभी तक बारिश रिकार्ड नहीं की गई है। शुष्क और कष्टकारी मौसम ने लोगों का बाहर निकलना दूभर कर दिया है। मौसम विज्ञानियों ने लू की स्थितियां बनी रहेंगी।
गुरुवार को मेरठ का अधिकतम तापमान 43 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं, न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री रहा। शुक्रवार के बाद शनिवार को भी तेज धूप के साथ ही दिन की शुरुआत हुई। शुक्रवर को अधिकतम तापमान 42.1 और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहा। भीषण गर्मी पड़ने से लोग सड़क पर चलते हुए पेड़ की छांव तलाश करते रहते हैं। भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम के मौसम वैज्ञानिक डा. एन. सुभाष ने बताया कि गुरुवार को तापमान 43 डिग्री सामान्य से पांच डिग्री अधिक था।