लखनऊ. विकास कार्यों को जरुरतमंदों और पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने और योजनाओं के क्रियान्वयन में अलीगढ़ 25वें पायदान पर पहुंच गया है। विकास कार्यों में अलीगढ़ ने पीएम और सीएम के जिलें को भी पीछे छोड़ दिया है। पिछले साल की तुलना में अलीगढ़ ने एक पायदान नीचे गिरा है। विकास कार्यों के आधार पर जारी की गई रैंकिंग में अलीगढ़ पिछले साल 24वें स्थान पर था, अब 25वें स्थान पर है। मंडल का एटा प्रदेश के 75 जिलों में टाप पर है। हाथरस 12वें और कासगंज 61वें स्थान पर है। वहीं पीएम का जिला वाराणसी 45वें स्थान पर तो सीएम का गृह क्षेत्र गोरखपुर 55वें स्थान पर है।
कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की ओर ने फरवरी माह में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की लागू की गई 73 विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के आधार पर 29 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों की अक्टूबर माह की रैकिंग सूची जारी की है। इस सूची में अलीगढ़ मंडल का एटा जिला विकास कार्यों में बेहतर कार्य की बदौलत पहले स्थान पर है, वहीं अलीगढ़ टॉप 30 में शामिल है। मंडल के चारों जिलों में कासगंज विकास कार्यों में सबसे फिसड्डी है। अलीगढ़ को विकास कार्यो में 265 पूर्णांक में से 258 अंक मिले। यानी 97.36 फीसद अंक पाकर अलीगढ़ 25वें स्थान पर हैं। वहीं एटा 255 पूर्णांक में से 255 अंक पाकर प्रदेश में 100 फीसद अंक पाकर पहले स्थान पर है। जबकि सहारनपुर भी 220 पूर्णांक में 220 अंक पाकर एटा के बराबर खड़ा है। हाथरस 245 पूर्णांक में से 242 अंक पाकर (98.78 फीसद) 12वें स्थान पर तो कासगंज 255 पूर्णांक में से 235 अंक मिले। यानी 92.16 फीसद अंक पाकर 61वें स्थान पर हैं।
विकाय कार्यों के क्रियान्वयन पर जारी रैकिंग में एटा व सहारनपुर प्रथम तो महोबा सबसे फिसड्डी विकास कार्यों के आधार पर जारी की गई रैंकिंग सूची में पहले पायदान पर एटा व सहारनपुर जिला है। दोनों ही जिलों ने 100 फीसद अंक हासिल पर अव्वल है। तीसरे पर मैनपुरी और चौथे स्थान पर बुंलदशहर व हरदोई जिला है। छठवें नंबर पर हापुड़ व प्रतापगढ़, आठवें पर शामली व पीलीभीत और 10वें पर बागपत जिला है।
विकास योजनाओं के क्रियांवयन में पीएम और सीएम का जिला भी फिसड्डी विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और कल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने में पीएम का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और सीएम का जिला गोरखपुर भी फिसड्डी निकला है। वाराणसी को 275 पूर्णांक में से 261 अंक (94.91 फीसद) पाकर 45वें स्थान पर तो गोरखपुर 280 पूर्र्णांक में से 262 अंक पाकर (93.57 फीसद) अंक पाकर 55वें स्थान पर है। लखनऊ में 300 पूर्णाांक में से 272 अंक पाकर (90.67 फीसद) अंक पाकर 66वें स्थान पर है।
– मनरेगा
– नहरों में टेलतक पानी पहुंचाना, सिल्ट सफाई
– राज्य भू-जल संरक्षण मिशन
– सोलर फोटोवोल्टैइक सिंचाई पंप आपूर्ति
– पीएम किसान सम्मान निधि योजना
– पीएम फसल बीमा योजना
– पीएम ग्राम सड़क योजना
– हैंडपंपों का रिबोर व मरम्मत कार्य
– सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य
– सीएम सामूहिक विवाह योजना
– पूर्व दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना
– राज्य पोषित छात्रवृत्ति योजना
– पीएम जन विकास कार्यक्रम
– आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण
– राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना
– स्वास्थ विभाग आयुष्मान भारत योजना गोल्डेन कार्ड
– आयुष्मन योजना लाभार्थियों के सापेक्ष उपचारित लाभार्थियों की संख्या
– सीएम निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना
– आपरेशन कायाकल्प योजना
– सरकारी विभागों के विद्युत बकाया वसूली विवरण
– सरकारी देयों व एनपीए की वसूली
– अधूरे निर्माण कार्यों की प्रगति
सीडीओ, अंकित खंडेलवाल ने कहा कि विकास कार्यो को लागू करने और जरुरतमंदों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा और निर्माण कार्यों में अलीगढ़ नवंबर माह में जारी रैकिंग सूची में 25वें पायदान पर है। हमारा प्रयास रहेगा कि दिसंबर माह में जारी रैकिंग सूची जिला टाप फाइव में होगा।