शामली. एंबुलेंस के फेरों (ट्रिप) की वृद्धि दर्शाकर गड़बड़ी किए जाने को लेकर शासन के निर्देश पर शामली में स्वास्थ्य विभाग ने सत्यापन कराया। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) का दावा है कि एंबुलेंस के संचालन में कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। साथ ही सत्यापन रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
एंबुलेंस सेवा का संचालन जीवीके ईएमआरआई कंपनी करती है। जिले में 108 सेवा की 11 और 102 सेवा की 15 एंबुलेंस हैं। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर ले जाने की निश्शुल्क सुविधा 102 सेवा की एंबुलेंस से मिलती है। जानकारी के अनुसार सीएचसी कैराना में अप्रैल 2021 में 205 लाभार्थियों ने इस एंबुलेंस सेवा का लाभ लिया और अप्रैल 2022 में यह संख्या 550 रही। करीब दोगुना संख्या होने पर शासन ने सवाल खड़े किए।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) उत्तर प्रदेश की निदेशक ने सीएमओ को सत्यापन कराने का पत्र भेजा था। ऐसी स्थिति प्रदेश के 50 जिलों में मिली। शामली के स्वास्थ्य विभाग ने कैराना ही नहीं, बल्कि जिले के अप्रैल 2022 के लाभार्थियों का सत्यापन किया है। लाभार्थियों को फोन काल कर जानकारी ली गई। हालांकि 10 प्रतिशत लोगों से संपर्क नहीं हो सका।
इन स्थिति में 102 सेवा की एंबुलेंस का मिलता है लाभ
-गर्भवती को घर से सरकारी अस्पताल लाने और वापस घर छोड़ने में।
-प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा को वापस घर जाना हो।
-दो वर्ष आयु तक के बच्चे को किसी भी परेशानी में अस्पताल ले जाने और घर तक छोड़ने में।
-गर्भवती और दो वर्ष आयु तक के बच्चे को हायर सेंटर रेफर करने में।
शासन के निर्देशानुसार सत्यापन करा लिया गया है। हमारे जिले में 102 एंबुलेंस के संचालन में कोई गड़बड़ी नहीं है। रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।
पिछले साल अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप था। ऐसे में 102 एंबुलेंस सेवा का प्रयोग भी कम हुआ। कैराना सीएचसी के डाटा में अप्रैल 2021 के मुकाबले अप्रैल 2022 में करीब दोगुने की वृद्धि हुई है। क्योंकि कोरोना का प्रकोप कम हुआ और एंबुलेंस के प्रयोग के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है। लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि सभी सीएचसी के डाटा में हुई है।