मुज़फ्फरनगर। तीर्थनगरी शुकतीर्थ स्थित कारगिल शहीद स्मारक पर राष्ट्रीय सैनिक संस्था मुजफ्फरनगर के तत्वावधान में शहीद दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व सैनिक, संत, महात्माओं, समाजसेवियों, महिलाओं ने भाग लिया। सभा का शुभारम्भ शहीद भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर किया गया। श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मेजर जनरल एमएल असवाल ने कहा कि सैनिक अनुशासन का प्रतीक है। विश्व में भारत को मजबूत बनाना है तो प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र निर्माण में योगदान देना होगा। सार्वजनिक स्थानों पर व्यवहार के दौरान जयहिंद बोले। अनुशासन जीवन जीने की कला को सिखाता है। राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है। शहीद भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान भारत देश को गौरवान्वित करता है।
राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा कि देशभक्तों ने देश की दिशा और दशा बदल दी है। क्रान्तिकारियों ने व्यवस्थाएं बदलीं। कार्यक्रम को ओम शांति सेन्टर की संचालिका बीके प्रवेश बहन, प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन केपी सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर शहीद परिवार की बिमलेश, काजल राठी, प्रमिला, राजेश देवी, मिथलेश देवी, अमरेश देवी, पिंकी, सुनीता, सोहनवीरी, कृष्णा, कविता चौधरी, रेणू, कांता, सविता, राकेश, विमला, बीना शकुन्तला आदि को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष राजेन्द्र राठी व अध्यक्षता हनुमत धाम के महा मंडलेश्वर केशवानन्द महाराज ने की। कार्यक्रम के आयोजन में जिलाध्यक्ष अशोक कुमार, संरक्षक नवीन त्यागी, प्रदेश संयोजक परवेन्द्र राठी, मांगेराम, पं. रामकुमार शर्मा, ब्रजवीर सिंह, नीरज रायल शास्त्री आदि उपस्थित रहे।