उत्तरप्रदेश. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए आखिरी और 7वें चरण का मतदान सोमवार को सम्पन्न हो गया. विभिन्न सर्वे एजेंसियों और मीडिया संस्थानों ने एग्जिट पोल में बीजेपी को आसानी से सरकार बनाते हुए दिखाया है. इसके बाद से नेताओं की प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है. भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने धमकी भरे बयान दिए हैं. उन्होंने कहा कि 10 मार्च को सभी को अपनी वोट की निगरानी करनी है. यह देखना है कि जिसको वोट दिया था, उसे मिला है या नहीं. साथ ही उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर मतगणना के दिन काउंटिंग में धांधली हुई और उसके बाद हालात बिगड़े तो इसके लिए शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा. उन्होंने कहा कि मतगणना पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए.
नरेश टिकैत ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में भगवा पार्टी ने जमकर सत्ता का दुरुपयोग किया था, जिसे पूरी दुनिया ने देखा था. ऐसे में बीजेपी पर विश्वास नहीं किया जा सकता है. विधानसभा चुनाव की मतगणना के दिन भी धांधलेबाजी हो सकती है. पंचायत चुनाव में जनता खामोश थी, लेकिन अब विधानसभा चुनाव में ऐसा हुआ तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मतगणना के दिन सभी लोग एकजुट रहें
उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि मतगणना के दिन सभी लोग एकजुट रहें. कानून के दायरे में रहकर धांधलेबाजी का पुरजोर विरोध करें. उन्होंने कहा कि विजय जुलूस से भी परहेज करें. धारा 144 को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन धारा 288 भी लागू कर दे तो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. किसान ट्रैक्टर पर अपनी वोट की निगरानी के लिए आएंगे. हमारा मकसद शांति व्यवस्था को खराब करना नहीं है. लेकिन लोग एकजुट होंगे तो प्रशासन पर दबाव रहेगा कि वह निष्पक्ष मतगणना कराए.
जनता इसका फैसला करेगी
वहीं, शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि यूपी चुनाव में भाजपा को नुक्सान झेलना पड़ेगा. जनता भाजपा सरकार से नाराज है. इस मौके पर टिकैत ने अप्रत्यक्ष रूप से मतगणना में गड़बड़ी का भी आरोप लगाया. उन्होंने विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मतगणना को लेकर सजग रहने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि कार्यकर्ता मतगणना केंद्रों पर अपनी पहरेदारी बना कर रखे. अगर उनकी पहरेदारी में कमी रही तो यूपी जिला पंचायत जैसे नतीजे भी सामने आ सकते है. वहीं आंदोलन को लेकर पूछे सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा कि 2022 में पूरे देश में संगठन को मजबूत करने का कार्य किया जाएगा, जहां तक आंदोलन की बात है अगर समझौते के तहत हुई मांगो को पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन कहां और कब होगा जनता इसका फैसला करेगी.