गाजियाबाद। साहिबाबाद टीला मोड़ के रिस्तल गांव में शनिवार दोपहर श्यामवती उर्फ आशा (38) की हत्या की सूचना पर पुलिस ने श्मशान घाट में जलते शव को पानी से बुझाकर दाह संस्कार रुकवा दिया। महिला की संदिग्ध परिस्थिति में मौत पर भाई ने सिकंदराबाद से पुलिस कंट्रोल रूम को हत्या की सूचना दी थी। श्मशान घाट से शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। भाई ने बहन के पति, देवर और सास के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है।
सिकंदराबाद के भराना थाना क्षेत्र में रहने वाले सतेंद्र पुत्र बल्लीराम ने बताया कि बहन श्यामवती उर्फ आशा की शादी 23 जून 2024 को टीला मोड़ थाना क्षेत्र के रिस्तल गांव में अजीत कुमार से हुई थी। दोनों की 17 साल की बेटी नीतू और दस साल का बेटा रोहन है। ससुराल में देवर सरजीत और सास प्रेमवती भी हैं। सुबह दस बजे करीब उन्हें रिश्तेदारों से सूचना मिली कि बहन की मौत हो गई।
उन्होंने गाजियाबाद पुलिस कंट्रोल रूम में बहन की हत्या की सूचना दी।थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार गिरि पुलिस बल के साथ श्मशान घाट पहुंचे। पुलिस ने दौड़कर शव पर पानी डालकर आग बुझा दी। करीब ढाई घंटे तक शव गीली अवस्था में श्मशान घाट पर लकड़ी और गोबर के उपलों पर रखा रहा। अधिकारियों के निर्देश के बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस को जानकारी मिली कि आशा का ब्लड प्रेशर बढ़ने से उन्हें निजी अस्पताल ले गए थे। वहां से डॉक्टरों ने दिल्ली के जीटीबी अस्पताल भेज दिया था। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। उसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। गांव में परिवार और आसपास के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पूरी प्रक्रिया भी कर ली थी। मृतका के भाई सतेंद्र ने ससुराल के लोगों के खिलाफ हत्या की लिखित शिकायत दी है।
डीसीपी निमिष पाटिल का कहना है कि हत्या की तहरीर मिलने के बाद शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। मामले में विवाद होने की जानकारी आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।