
नई दिल्ली: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाकर एक महीने से भी अधिक समय से जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के बीच आपस में ही फूट पड़ गई है। शनिवार शाम पहलवानों का एक गुट प्रदर्शन खत्म करने लिए तैयार हो गया, जबकि दूसरे का कहना है कि बृजभूषण की गिरफ्तारी तक हम किसी भी कीमत पर प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे। सूत्र बताते हैं कि इसी बात को लेकर शनिवार शाम इनकी आपस में झड़प भी हो गई।
बताया जा रहा है कि शनिवार को खेल मंत्रालय का कोई अधिकारी इन पहलवानों से मिलने जंतर मंतर आया। अधिकारी ने इन्हें समझाया कि नए संसद भवन का उद्घाटन देश की गरिमा से जुड़ा हुआ है। आप पहलवान भी देश का गौरव हो। इसलिए ऐसा कुछ मत करो जिससे कि दुनिया में देश की गलत छवि बने। इससे आपका भी नुकसान होगा। प्रदर्शन में शामिल एक पहलवान ने बताया कि अधिकारी ने साफ लहजे में कह दिया कि बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होगी, क्योंकि मामला कोर्ट में है। अब इस मामले में फैसला कोर्ट को ही करना है। हां, हम नार्को टेस्ट कराने के लिए जरूर तैयार हैं।
सूत्र बताते हैं कि अधिकारी से बातचीत के बाद विनेश फोगाट और उनके पति सत्यव्रत कादियान प्रदर्शन खत्म करने पर राजी हो गए। लेकिन, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। बताया यहां तक जा रहा है कि इस मतभेद के बाद पहलवानों के बीच आपस में ही तीखी बहस भी हुई। पूरे मामले पर पहलवानों ने रात 9 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, जिसमें रेसलर विनेश फोगाट ने स्वीकार किया कि सरकार हम पर समझौते के लिए दबाव बना रही है, लेकिन हम झुकेंगे नहीं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हम रविवार को नए संसद भवन परिसर में महिला पंचायत का आयोजन करेंगे। हमने गुरुद्वारे में समर्थकों के ठहरने का इंतजाम किया था, लेकिन पुलिस ने उसे छावनी में तब्दील कर दिया है। हर तरफ बॉर्डर पर सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं। विनेश ने इस दौरान रोते हुए कहा कि हम यहां बहुत मुश्किल से रह रहे हैं।
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