यमुनानगर। रेलवे और राजकीय रेलवे पुलिस के बीच ठनाठनी चल रही है, जिसका असर पुलिस के काम पर पड़ रहा है। वहीं कर्मचारियों को परेशानी अलग से उठानी पड़ रही है। राजकीय रेलवे पुलिस को जांच करने एक से दूसरे राज्य व मंडल से बाहर जाने पर मिलने वाला दोनों तरफ का रेल पास बंद कर दिया है। अब केवल एक तरफ का पास ही दिया जा रहा है। जिससे रेलवे पुलिस के मुलाजिमों को आने जाने में परेशानी तो हो रही है, वहीं उन्हें अपनी जेब भी ढीली करनी पड़ रही है। हालांकि जीआरपी अधिकारियों की ओर से इसके बारे रेलवे अधिकारियों को अवगत करवाकर पास जारी करने की मांग भी की जा रही है, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने नियम का हवाला देकर इसे दरकिनार कर दिया है।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को केस जाने में आने जाने के लिए रेलवे की ओर से पास जारी किया जाता था। परंतु अब यह पास सुविधा रेलवे अधिकारियों की ओर से बंद कर दी गई है। जीआरपी को केस की जांच के सिलसिले में दूसरे राज्यों व स्टेशन पर जाना पड़ता है। यदि मुलाजिम को मंडल के स्टेशन पर जाना हो तो उसे दोनों तरफ का पास दिया जाता है। जबकि मंडल से बाहर जाना हो तो केवल एक तरफ का पास दिया जाता है। ऐसे में पुलिस कर्मचारियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
अनुसार पहले रेलवे की ओर से यह पास दिए जाते थे। यदि वे केस के सिलसिले में किसी आरोपी को भी साथ लेकर जाते थे, तो उसका पास भी बनाया जाता था। परंतु अब यह पूरी तरह बंद कर दिया। उन्हें यदि मंडल से बाहर जाना पड़ता है, उन्हें केवल एक तरफ का पास दिया जाता है। जबकि वापसी के लिए उस स्टेशन अधिकारियों से पास बनाने के कहा जाता है, लेकिन दूसरे मंडल के अधिकारी उन्हें पास जारी नहीं करते हैं। ऐसे में उनके पास किराया देकर लौटने का ही विकल्प होता है। वहीं लंबे सफर में आरक्षण न मिले तो सामान्य बोगी में सफर करना पड़ता है।
अंबाला रेलवे मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक हरिमोहन ने बताया कि जीआरपी को दोनों तरफ का पास जारी करने का कोई नियम नहीं है। इसके संबंध में रेलवे एसपी सहित अन्य अधिकारियों से बात भी हो चुकी है, जिसमें उन्हें रेलवे नियमों के बारे बताया गया है। मंडल की ओर से एक तरफ का पास जारी किया जाता है, जबकि दूसरी तरफ का पास मुलाजिम को उधर के स्टेशन व मंडल अधिकारी से करवाना होता है। हरिमोहन ने कहा कि नियमों से बाहर जाकर पास नहीं किया जा सकता है। वहीं उन्होंने कहा कि बिना पास व टिकट के कोई मुलाजिम पकड़ा जाएगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि इसके बारे रेलवे अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। पास जारी करने को लेकर अधिकारियों से बात भी हुई है, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जांच के लिए बाहर जाने पर दूसरे मंडल से ही पास जारी किया जाएगा, चूंकि जांच कब तक चलेगी और आना कब होगा यह निश्चित नहीं होता है। यदि दूसरी तरफ से पास जारी नहीं होता, तो मुलाजिम अपना टिकट लेकर सफर करते हैं और उन्हें टीए डीए के साथ मिल जाता है।