उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक मुस्लिम परिवार ने मन्नत पूरी होने पर मंदिर में हवन किया और घंटा दान में दिया. दरअसल, सिरसागंज तहसील के गांव फतेहपुर करखा में रसीक मोहम्मद का 17 साल पहले अपहरण हो गया था. उस समय परिजनों ने मंदिर में मनोकामना की थी कि यदि उनका रसीक सकुशल वापस आएगा तो वह गांव के पथवारी मंदिर में घंटा चढ़ाएंगे.
बच्चा वापस आ गया था, लेकिन परिवार परिस्थिति वश मंदिर में घंटा चढ़ाना भूल गया. रसीक मोहम्मद की मां हफीजन ने बताया कि मंदिर में घंटा चढ़ाने की बात वह भूल गए लेकिन इस बार अचानक उन्हें महसूस हुआ कि उन्होंने 17 वर्ष पहले एक मनौती मांगी थी, जिसकी पूर्ण हो गई लेकिन उन्होंने अभी तक मंदिर में घंटा नहीं चढ़ाया है.
इसके बाद नवरात्रि की नवमी के दिन रसीक मोहम्मद, मां हफीज़न व पूरा परिवार गांव के ही अर्ध निर्मित पथवारी मंदिर में पहुंचा और वहां हवन पूजन किया तथा घंटा चढ़ाया.
खास बात यह भी रही कि पूरे परिवार ने पूरी तल्लीनता से मंत्रोचारण से हवन व पूजा अर्चना की. रसीक की मां हफीजन ने कहा कि हमने मन्नत मांगी थी, लेकिन पूरा नहीं कर पाए थे, आज हमने मंदिर में घंटा चढ़ाया है.