ग़ज़ियाबाद। कोतवाली क्षेत्र में आठ माह की गर्भवती की हत्या और अपहरण के मामले में पुलिस ने पड़ोसी युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि पिछले माह युवती को उसकी सहेली और एक युवक नौकरी के बहाने घर से ले गए थे। पुलिस को शिकायत देने पर आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं, पुलिस सुनवाई करने के बजाय उन्हें कई दिन चक्कर कटाती रही। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर दिनेश पी. कुमार से शिकायत करने पर पुलिस ने दो नामजद और अज्ञात पर अपहरण, हत्या व अपराधी की मदद कर सबूत मिटाने का मुकदमा दर्ज किया है।
महिला ने पुलिस को शिकायत दी कि 12 जनवरी को बेटी की एक सहेली नौकरी दिलाने के बहाने घर से ले गई थी। दोपहर बाद फोन किया तो बेटी ने नोएडा जाने के बारे में बताया। शाम को उन्होंने दोबारा कॉल की तो बेटी बोली कि तीन-चार सहेलियों संग नोएडा में है और रात में उनके साथ वहीं पर रुकेगी। इसके बाद रात में फोन बंद हो गया। सुबह बटी की सहेली को कॉल की तो उसने नंबर ब्लॉक कर दिया। तब उन्हें लगा कि बेटी नोएडा की कंपनी में नौकरी कर रही है इसलिए उसके फोन का इंतजार करती रही।
अब उनका आरोप है कि तीन फरवरी को अनजान नंबर से उनके पास कॉल आई, जिसमें युवक ने अपना नाम राजू बताया। वह बोला कि प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन, दिल्ली के पास आकर अपनी बेटी से मिल लो। वह पहुंचीं तो राजू उन्हें एक मकान में ले गया। वहां बताया कि उनकी बेटी की डिलीवरी के समय मौत हो गई। वह बोलीं कि बेटी की शादी नहीं हुई तो डिलीवरी कैसे हो गई।