आगरा. आगरा के थाना शाहगंज के जोगीपाड़ा में संपत्ति के विवाद में सगी बहन पूनम चौधरी की गोलियां बरसाकर हत्या और भाभी नीलू चौधरी पर हमला करने का आरोपी शूटर ओपी-लाला का भतीजा निक्कू उर्फ ललित चौधरी सोमवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसके पास से अवैध असलहा भी बरामद किया गया। इसी से आरोपी ने गोलियां चलाई थीं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बहन और भाभी ने दुकान पर ताला डाल दिया था। विरोध पर बहन ने अभद्रता की। उसके मुंह पर थूक दिया। इससे वो गुस्से में आ गया। बहन की हत्या कर दी। इसके बाद भाभी को भी निशाना बनाया। मगर, वो बच गईं। उसे जेल भेज दिया गया है।
शनिवार को जोगीपाड़ा निवासी पूनम (27) की घर में ही दो गालियां मारकर हत्या हुई थी। उसकी भाभी नीलू भी घायल हुई थीं। उनकी बाजू को छूकर गोली निकल गई थी। घटना के बाद आरोपी निक्कू चौधरी भाग निकला था। इस मामले में भाभी नीलू की तहरीर पर हत्या और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया। नीलू ने पुलिस को बताया कि निक्कू ने ससुर की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है। वह अपने हिस्से का हक मांगने आई थीं। दुकान पर ताला डाल रही थीं। पूनम भी अपना हक चाहती थी। मगर, निक्कू हक नहीं दे रहा था। इससे उसका बहन से विवाद होता था। दुकान पर ताला डालने पर पिस्टल से ताबड़तोड़ कई फायर किए। उसने पूनम की हत्या कर दी। वह खुद जान बचाने के लिए घर से भाग गईं।
एसपी सिटी विकास कुमार के मुताबिक, आरोपी निक्कू चौधरी ने पूछताछ में बताया कि वह चार भाई बहन थे। सबसे बड़े भाई रूपेश की मौत हो गई थी। उनकी पत्नी नीलू बच्चे के साथ बुलंदशहर अपने मायके में रह रही हैं। कई बार मिलने के लिए आगरा आती हैं। बहन पूनम भी साथ रहती थी। उससे आए दिन विवाद होता था। वह अभद्रता करती थी। वह शादी नहीं कर रही थी। उससे कई बार शादी के लिए कहा था। मगर, मानी नहीं। पैसों की बर्बादी करती थी। घटना से कुछ दिन पहले नीलू भी आ गईं।
घटना वाले दिन दोनों में क्या बात हुई, भाभी घर से बाहर निकलीं। ताले खरीद लाईं। वह दुकानों पर ताले डालने लगीं। भाभी से बोलने से पहले ही पूनम उल्टा सीधा बोलने लगी। उसे समझाने का प्रयास किया। उसने मेरे ऊपर थूक दिया, जिससे गुस्सा आ गया। घर से पिस्टल निकाल लाया। उसने गोलियां चला दीं। पूनम की मौत हो गई। इस दौरान नीलू को भी गोली लग गई। वह घायल हो गईं। पुलिस ने इस कहानी पर घटनाक्रम का खुलासा किया, जबकि हत्याकांड के पीछे संपत्ति का विवाद बताया गया है।
पुलिस का दावा है कि निक्कू चौधरी को गांव सुचेता मार्ग से गिरफ्तार किया। उसने बताया कि हत्या में प्रयुक्त पिस्टल उसने घर में छिपा दी थी। पुलिस ने उसे घर ले जाकर पिस्टल बरामद की। वह पिस्टल बरामद होने के बाद पुलिस पर फायर कर दिया, जिसमें पुलिस बाल-बाल बच गई। इस मामले में एक और मुकदमा पुलिस मुठभेड़ का लिखा गया है। पिस्टल अवैध है। यह .30 बोर की है। हत्यारोपी का कहना था कि चाचा के समय से पिस्टल रखी हुई है। एक मुकदमा अवैध पिस्टल के मामले में लिखा गया है। आरोपी पर कुछ पांच मुकदमे दर्ज हैं।
निक्कू चौधरी घर से भागने के बाद एक दो पहिया वाहन से बाजार से निकला था। इसके बाद कार में बैठ गया था। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला था। पुलिस आरोपी की तलाश में लगी है। चर्चा है कि आरोपी खुद ही थाने आ गया था। इसके पीछे सांठगांठ की बात कही गई। मगर, थाना प्रभारी निरीक्षक ने इसे सिरे से नकार दिया। यही कहा कि उसे घेराबंदी करके गिरफ्तार किया है। उधर, आरोपी को सजा मिलना आसान नहीं होगा। मुकदमा भाभी ने लिखाया है। पूछताछ में आरोपी ने बहन पर ही अभद्रता के आरोप लगाए हैं, जबकि भाभी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा। पूर्व में पवन चौहान हत्याकांड में भी निक्कू बरी हो गया था। उसके खिलाफ साक्ष्य नहीं मिल सके थे। अब इस केस में भी यही हो सकता है।
– अपराधी की मदद करने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई करती है। मगर, निक्कू के मामले में ऐसा नहीं हुआ। वह बाइक और कार पर बैठकर भागा था। यह कौन लेकर आया। उनकी गिरफ्तार क्यों नहीं हुई?
– परिवार के करीबियों के मुताबिक, पूनम ने पहले ही अपनी जान का खतरा जताया था। इसके लिए सीओ आफिस में प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? पुलिस शिकायत को नकार रही है।
– हत्या के बाद पुलिस ने घर की तलाशी क्यों नहीं ली? जबकि पिस्टल की बरामदगी घर से ही दिखाई गई है। इस दौरान आरोपी के पुलिस पर हमले की बात भी कही जा रही है।
– हत्यारोपी निक्कू का घर मुख्य बाजार में है। वह घर में अवैध तरीके से पिस्टल लेकर रह रहा था। इसकी भनक पुलिस को क्यों नहीं थी? जबकि वो दबंगई करता था।
– जिस बाइक और कार से आरोपी भागा उनकी बरामदगी क्यों नहीं कर पाई पुलिस? किसने उसकी मदद की थी? एक सट्टेबाज के नाम की भी चर्चा? उससे पूछताछ क्यों नहीं हुई?