मेरठ. योद्धा मिलट्री एकेडमी के मेजर मोहित शर्मा हॉल में अग्निपथ योजना को लेकर गुरुवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य वक़्ता के तौर पर उपस्थित कैप्टन बाबू खान ने सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवाओं को केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के लाभ से अवगत कराया। गौरतलब है कि कई स्थानों पर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया की अग्निपथ योजना युवाओं के लिए एक बेहतरीन योजना है। इससे न केवल ज्यादा से ज्यादा युवाओं को सैन्य सेवाओं में जाने का अवसर मिलेगा बल्कि देश की एक बड़ी जनसंख्या भारतीय सेना के मूल्यों को लेकर समाज को एक बेहतरीन दिशा दे सकेगी। युवाओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि चार वर्ष की अग्निवीर सेवा के बाद 25 प्रतिशत जवान सैन्य सेवा में बने रहेंगे। उसके अलावा रक्षा मंत्रालय से संबंधित करीब 80 संस्थान हैं जहां अग्निवीरों को सेवा के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही राज्य पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स भी अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे।
उन्होंने बताया की पिछले तीन-चार दिन में ही एक लाख से अधिक युवा भारतीय वायुसेना में अग्निवीर बनने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इससे प्रदर्शित होता है कि देश के ज्यादातर युवा अग्निवीर बनने को आतुर हैं। उन्होंने युवाओं से आवाहन किया कि धरने प्रदर्शन के रास्ते को छोड़कर वह अपनी तैयारी पर ध्यान दें और आने वाली भर्ती में सफलता प्राप्त करें।
कैप्टेन खान ने बताया की चार साल की सेवा के बाद जब एक अग्निवीर समाज की अन्य सेवाओं में आएगा तो एक बेहतरीन मिसाल के तौर पर सेना का नाम रोशन करेगा और स्वयं एक प्रकाश स्तंभ की तरह आने वाली पीढ़ियों को रास्ता दिखाएगा। इस कार्यशाला के दौरान युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी शंकाओं का निवारण किया। कार्यक्रम का आयोजन योद्धा मिलिट्री एकेडमी के तत्वाधान में ले. कर्नल अमरदीप त्यागी ने किया।
कैप्टन बाबू खान भारतीय सेना के आला दर्जे के अधिकारी रहे जिन्होंने अपनी सेवा के दौरान न केवल कारगिल युद्ध में सेवाएं दी बल्कि देश के कठिन इलाकों में भी सेवारत रहे। साथ ही वह एक आला दर्जे के सैन्य प्रशिक्षक भी रहे। वह ऑफीसर्स ट्रेनिंग एकेडमी के अलावा भूटान मिलिट्री एकेडमी में भी प्रशिक्षक के तौर पर रहे।