मुजफ्फरनगर। पशुओं में लंपी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने रायपुर और नसीरपुर की पशु पैठ पर रोक लगा दी है। 2200 पशु बीमारी की चपेट में है, जबकि अब तक छह की मौत हो चुकी है। अब तक 475 पशु बीमारी से ठीक हो चुके हैं। पशुपालन विभाग के निदेशक (प्रशासन एवं विकास) डॉ. इंद्रमणि ने किया जिले का दौरा किया।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि लंपी के कारण रायपुर और नसीरपुर की पशु पैठ बंद करा दी गई है। मंगलवार तक करीब 2200 पशुओं के बीमारी की चपेट में आने की डाटा एकत्र किया जा चुका है। पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. इंद्रमणि ने जिले के गांवों का दौरा किया। बघरा विकास खंड के बुड़ीना कलां में निर्माणाधीन गोशाला को देखा। पशुपालकों से भी बातचीत की। निदेशक ने कहा कि पशु चिकित्साधिकारी गंभीरता से कार्य करें। पशुपालकों की ओर से उपलब्ध कराई जा रही जानकारी पर मौके पर पहुंचे और पशुओं को हर संभव उपचार दिलाने का प्रयास करें। बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से बिल्कुल अलग रखकर आइसोलेट कर दें।
बीमारी की रोकथाम के लिए गंभीरता से कार्य करें
मुजफ्फरनगर डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि बीमारी की रोकथाम के लिए पशु चिकित्सक और कर्मचारी गंभीरता से कार्य करें। पशुपालकों को सही जानकारी उपलब्ध कराएं। विकास भवन सभागार में लंपी बीमारी की रोकथाम के के लिए बैठक का आयोजन किया गया। पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. इंद्रमणि ने जिले में बीमारी की स्थिति की जानकारी ली। पशु चिकित्सकों को दिशा निर्देश दिए। प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि यह बीमारी एक संक्रामक रोग विषाणुजनित बीमारी है। बीमारी गोवंशीय पशुओं में पाई जाती है। रोग का फैलाव मक्खी, चिचड़ी एवं मच्छरों के काटने से होता है। बीमारी से ग्रसित पशुओं मृत्यु दर अनुमानित 1 से 5 प्रतिशत है। सीडीओ संदीप भागिया समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
पशुपालक इन नंबरों पर दें सूचना
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि पशु चिकित्सक जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के नंबर 9897715888, 9897749888 पर सूचित कर सकते है।