नई दिल्ली । हर चुनाव के पहले राजनीतिक दल अपने वादों को घोषणा पत्र के माध्यम से जनता के सामने रखते हैं। भाजपा भी इसी तरह अपने घोषणा पत्र जारी करती है। पार्टी इसे संकल्प पत्र का नाम देती है। लेकिन पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव 2024 के पहले दिल्ली में एक नहीं, दो घोषणा पत्र जारी करेगी। एक घोषणा पत्र पार्टी केंद्रीय स्तर पर पूरे देश के लिए जारी करेगी, जबकि दूसरा संकल्प पत्र दिल्ली के लिए होगा। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसकी जानकारी दी। कांग्रेस ने भी इसी तर्ज पर राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करने का निर्णय किया है।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की सभी लोकसभा चुनाव क्षेत्रों, विधानसभा क्षेत्रों और मंडल स्तर पर सभी लोगों से राय ली जा रही है। पार्टी जानना चाहती है कि लोग दिल्ली में किन सुधारों को होते हुए देखना चाहते हैं। ऐसे सभी मुद्दों को भाजपा के संकल्प पत्र में शामिल किया जायेगा। पार्टी का दावा है कि चुनाव में जीत हासिल करने के बाद वह इन कार्यों को पूरा कराने का काम करेगी।
भाजपा के दिल्ली के सभी सात लोकसभा उम्मीदवारों ने सोमवार को मीडिया के सामने अपने-अपने क्षेत्र के लिए अपना विजन और प्राथमिकताएं पेश किया। इसमें मूलरूप से दिल्ली में आधारभूत ढांचे के विकास को लेकर विजन प्रस्तुत किया गया। नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने कहा कि वे जनता को उन योजनाओं का लाभ दिलाने का काम करेंगी, जिसे दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने रोक रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोगों को आयुष्मान योजना जैसी जनहित की योजनाओं का लाभ नहीं लेने दिया। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए वे सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगी।
पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि पूर्वी दिल्ली में कूड़े के पहाड़ को समयबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए वे प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली की गंदगी और कूड़े का निस्तारण नहीं करवा पा रही है। उनका प्रयास रहेगा कि उनके लोकसभा क्षेत्र के साथ-साथ पूरी दिल्ली साफ-सुथरी और स्वस्थ रहे। उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी मनोज तिवारी ने कहा कि अपने क्षेत्र में महिलाओं के विकास के लिए नए केंद्र स्थापित करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी।