अलीगढ़ जवां थाने में बैठकर दरोगा की गर्मी निकाल देने की धमकी देने वाले भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह लोधी को शांति भंग के अंदेशे में पाबंद किया गया है। थाना पुलिस की रिपोर्ट पर एसीएम द्वितीय के न्यायालय से उन्हें एक लाख रुपये का पाबंदी नोटिस जारी किया गया है। साथ में हाजिर होकर जवाब दाखिल करने के सबंध में चेतावनी जारी की गई है।
जब युवा मोर्चा के जवां मंडल अध्यक्ष के परिवार के प्रॉपर्टी विवाद में पुलिस किसी परिवार के सदस्य को पकड़कर थाने ले गई। इस दौरान युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष ने पहले दरोगा को फोन किया और फिर खुद थाने पहुंच गए। जहां उन्होंने पुलिसकर्मियों को धमकाते हुए कहा था कि मैं तो सिर्फ ये कह रहा हूं, जंगलगढ़ी से कितने लोगों को उठाया है। जब मैंने कहा मैं जिलाध्यक्ष बोल रहा हूं भाजयुमो का तो इतनी गर्मी है दरोगा में, दस तारीख को योगी सरकार नहीं आ रही क्या, बताए दे रहा हूं, दस तारीख को योगी जी की सरकार आ रही है। ये बात दिमाग में बैठा लें। जितनी गर्मी है दरोगा की सब निकाल देंगे हम। धर्मवीर लोधी के ये कहने के बाद वहां दरोगा व उनके बीच जमकर गहमागहमी हुई। बाद में किसी तरह मसला शांत हुआ। इस मामले में वीडियो सोमवार को वायरल हुआ था। हालांकि प्रॉपर्टी विवाद मामले में पुलिस ने उसी समय दोनों पक्षों को पाबंद कर दिया था।
इधर, अब पुलिस स्तर से क्वार्सी के गांव बरहेती के रहने वाले भाजयुमो जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह लोधी के विषय में शांति भंग की आशंका में पाबंद करने संबंधी रिपोर्ट भेजी। जिसमें उनके स्तर से शांति भंग का अंदेशा जताया गया। इस आधार पर एसीएम द्वितीय के न्यायालय से उन्हें एक लाख रुपये से पाबंद करते हुए नोटिस जारी किया है। जिसे तामील करा दिया गया है। हालांकि नोटिस में जवाब देने के लिए शुक्रवार की तारीख नियत थी। एसीएम द्वितीय सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि क्वार्सी पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर धर्मवीर सिंह लोधी को पाबंद किया गया है। उन्हें नोटिस देकर जवाब दाखिल करने को कहा गया है।
-मुझे अभी इस तरह के किसी नोटिस की या पाबंद करने संबंधी कोई जानकारी नहीं है।
– धर्मवीर सिंह लोधी, जिलाध्यक्ष भाजयुमो