मेरठ। मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) को ए-प्लस प्लस ग्रेड मिलने पर कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि अब सीसीएसयू को विश्वस्तरीय बनाना लक्ष्य है। नैक ग्रेडिंग के बाद विश्वविद्यालय को एनआइआरएफ और क्यूएस रैंकिंग दिलाना है। शुक्रवार को सीसीएसयू में आयोजित प्रेस वार्ता में कुलपति ने कहा कि अब सीसीएसयू से जुड़े हर किसी का सिर गर्व से ऊंचा रहेगा। विश्वविद्यालय में अगले सत्र से प्राइवेट बंद होने के बाद दूरस्थ शिक्षा की शुरुआत होगी। साथ ही जाने-माने विदेशी विश्वविद्यालयों से एमओयू बढ़ेगा और स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत विदेशी विद्यार्थियों को आमंत्रित किया जाएगा।
कुलपति संगीता शुक्ला ने कहा कि विदेशी छात्रों को प्रवेश के लिए भी आकर्षित कर सकेंगे। रिसर्च कार्यक्रमों से जुड़ेंगे विद्यार्थी कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के तीन पिलर हैं, विद्यार्थी, फैकल्टी और प्रबंधन। अब एकेडमिक एक्सीलेंस को बढ़ावा देंगे, जिससे रिसर्च बढ़े। हर छात्र में तार्किक सोच विकसित करना जरूरी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत संचालित पाठ्यक्रमों में हर विद्यार्थी को रिसर्च से जोड़ने की पहल करेंगे।
कुलपति ने सीसीएसयू परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए ललित कला विभाग की सराहना की। कहा कि ललित कला विभाग के पूरी टीम ने रात के एक बजे तक रुककर पूरे परिसर को सजाया। इसके बाद नैक टीम के समक्ष विभागों की अच्छी प्रस्तुति से नैक ग्रेडिंग में मदद मिली। बताया कि करीब ढाई सौ रिसर्च पेपर की गिनती नहीं हो सकी अन्यथा 3.7 या उससे अधिक ग्रेड भी मिल सकता था। विश्वविद्यालय परिसर में हुई मारपीट पर कुलपति ने कहा कि बच्चों से गलती हो जाती हैं। परिसर की सुरक्षा पर हर वर्ग को साथ लेकर काम करेंगे।
नैक की कार्य परिषद की शुक्रवार को हुई बैठक में ग्रेड प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय को यह ग्रेड 10 मार्च 2023 से अगले पांच वर्ष के लिए मिला है। नैक की ओर से वेबसाइट पर असेस्मेंट आउटकम डाक्यूमेंट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। इसे सीसीएसयू की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। इसका प्रमाण पत्र कुछ दिन बाद मिलेगा।
नैक पीयर टीम ने सात कैटेगरी में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने के बाद अपनी रिपोर्ट में इसकी मजबूती, कमजोरी, अवसर और चुनौतियां भी बताई हैं। विश्वविद्यालय को बेहतर कार्य कर कमजोरियों को दूर करना है और मजबूत पक्ष को सामने रखते हुए गुणवत्ता को बरकरार रखना और बढ़ाते रहना है। सीसीएसयू में सात फैकल्टी और 35 विभाग हैं। 68 प्रोग्राम-पाठ्यक्रम संचालित हैं। 221 स्थायी फैकल्टी मेंबर हैं। 374 स्थायी सपोर्ट स्टाफ है और 5553 विद्यार्थी हैं।
मजबूत व समर्पित नेतृत्व और शासन व्यवस्था।
सुव्यवस्थित पुस्तकालय और इसमें उपलब्ध ई-रिसोर्स, नए पेपर्स की अच्छी आर्काइव और दुर्लभ पांडुलिपियां।
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने को बेहतरीन खेल सुविधाएं।
कूड़ा कलेक्शन व निस्तारण की यूनीक वेस्ट मैनेजमेंट सुविधा।
अच्छी रिसर्च सुविधाएं ।
असाधारण फाइन आर्ट डिपार्टमेंट।
संबद्ध कालेजों में शिक्षा के स्तर को बरकरार रखना और उनका मूल्यांकन करना।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रभावी कार्यान्वयन।
रिक्त शिक्षकों व कर्मचारियों के पदों को भरना।
खराब हवाई संपर्क।
कौशल उन्नयन के लिए कर्मचारियों का प्रशिक्षण।
अवसर
खेल सुविधाओं को बढ़ाना।
संबद्ध कालेजों व अन्य संस्थानों के साथ बेस्ट प्रैक्टिसेस को साझा करना।
टेक्नोलाजी स्थानांतरण पर अधिक ध्यान देने की जरूरत।
कर्मचारी विकास व कौशल बढ़ोतरी के कार्यक्रम।
विश्वविद्यालय के विकास गतिविधियों में स्थानीय व सैन्य अधिकारियों को जोड़ना।
कमजोरियां
मेरठ में भारतीय किसान यूनियन की महा पंचायत मे टैक्टर चलाकर आते राकेश टिकैत
मेरठ में महापंचायत, किसानों ने राकेश टिकैत को बांधी 73 मीटर की पगड़ी; सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
यह भी पढ़ें
छात्रों का अपर्याप्त प्लेसमेंट और अंतरराष्ट्रीय छात्रों का प्रवेश।
गैर शैक्षणिक पदों का रिक्त रहना।
कैंटीन व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जरूरत।
अपर्याप्त डिजिटलाइजेशन।
इंडस्ट्री से इंस्टीट्यूट का कम जुड़ाव।
गुणवत्ता बढ़ोतरी के लिए नैक पीयर टीम की अनुशंसा
इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के लिए नेशनल बोर्ड आफ एक्रिडिएशन नियमों के अनुरूप प्रोग्राम और करिकुलम आउटकम परिवर्तित करना।
डे स्कालर्स के लिए परिसर में ट्रांसपोर्ट की सुविधा।
बालिका छात्रावासों को बढ़ाना।
एससी-एसटी छात्रों के लिए कोचिंग व्यवस्था व डीएसडब्ल्यू कार्यालय में एससी-एसटी सेल बनाना।
अंतरराष्ट्रीय संस्थानों व विश्वविद्यालयों संग एमओयू को अधिक क्रियाशील करना।
परिसर में भारतीय ज्ञान पद्धति की स्थापना करना।
एकेडमिक व एक्स्ट्रा करिकुलर गतिविधियों के लिए अंतर विभागीय सहयोग को बढ़ाना।
नैक के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अब सीसीएसयू को अपनी सेल्फ स्टडी रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह रिपोर्ट हर कोई देख सकेगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय को हर वर्ष अनिवार्य रूप से एनुअल क्वालिटी एसुरेंस रिपोर्ट अपलोड करना भी अनिवार्य होगा।
3.51 से 4.00 ए एक्रिडिएटेड 3.26 से 3.50 ए एक्रिडिएटेड 3.01 से 3.25 ए एक्रिडिएटेड 2.76 से 3.00 बी एक्रिडिएटेड 2.51 से 2.75 बी एक्रिडिएटेड 2.01 से 2.50 बी एक्रिडिएटेड 1.51 से 2.00 सी एक्रिडिएटेड 1.50 या कम डी नाट एक्रिडिएटेड मानकवार ग्रेड अंक (सीजीपीए) करिकुलम आस्पेक्ट : 04 टीचिंग-लर्निंग व मूल्यांकन : 3.5 रिसर्च, इनोवेशन व एक्सटेंशन: 3.48 इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिसोर्सेस: 4 स्टूडेंट सपोर्ट एंड प्रोग्रेशन : 3.38 गवर्नेंस, लीडरशिप व मैनेजमेंट: 3.55 इंस्टीट्यूशनल वैल्यूज एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस : 3.91
राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में ए-प्लस-प्लस ग्रेड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कुलपति व विश्वविद्यालय परिवार सहित प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सीसीएसयू को ए-प्लस-प्लस ग्रेड मिलना निश्चय ही गर्व की बात है। कहा कि यह उपलब्धि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के लिए प्रेरणादायी है। विश्वविद्यालयों को अपनी शिक्षण व कार्य व्यवस्था की गुणवत्ता उत्कृष्ट करने के प्रयासों को उच्चतम श्रेणी प्राप्त करने तक निरंतर जारी रखना चाहिए।