मुजफ्फरनगर। जानसठ थाना क्षेत्र के तिसंग गांव से 25 नवंबर से लापता चल रहे फेरीवाले युवक का शव शुक्रवार को खतौली थाना क्षेत्र में खेड़ी कुरैश के जंगल में मिला। शव मिलने के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ लोगों ने हंगामा भी किया। मृतक की पहचान होने पर परिजनों ने गांव निवासी दो लोगों पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी। आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पुलिस ने हंगामा शांत किया और शव को पोस्टमार्टम पर भेज दिया।
शुक्रवार को खेड़ी कुरेश निवासी एक युवक जंगल में जा रहा था। गांव निवासी चांद मियां के गन्ने के खेत में घुसा तो दंग रह गया। खेत में एक युवक का सड़ा गला शव पड़ा हुआ था। शव पड़ा होने की सूचना मिलते ही मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए। भीड़ में पहुंचे तिसंग निवासी कुछ लोगों ने मृतक की पहचान करते हुए पुलिस को सूचना दी। शव मिलने की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे कोतवाल संजीव कुमार दलाल को ग्रामीणों ने घेर लिया। मृतक की पहचान सलीम पुत्र नसरुद्दीन के रूप में हुई। मृतक के भाई नफीस ने बताया कि मृतक सलीम रेहडे से गांव में फेरी का काम करता था, जो 25 नवंबर को रेहडा लेकर घर से फेरी पर जाने की बात कहते हुए निकला था। देर रात तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने सलीम की काफी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चला। 27 नवंबर को सलीम की खतौली में गुमशुदगी दर्ज करा दी गई। लापता के कुछ दिन बाद सलीम का रेहडा मीरापुर रोड पर जंगल में खड़ा मिला, उसी दिन से परिजनों ने सलीम के साथ अनहोनी की आशंका जताई थी। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया उन्होंने कहा क उन्होंने सलीम की हत्या कर शव जंगल में फेंके जाने के आरोप में गांव निवासी दो लोगों पर कार्रवाई की मांग की। काफी देर तक हुए हंगामे के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने का आश्वासन दिया। हंगामे की सूचना पर पहुंचे सीओ राकेश कुमार सिंह ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।