मुजफ्फरनगर। अभी तक सड़कों, नालियों के निर्माण और मरम्मत में ही भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आती थीं अब नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी के आवास पर कराए गए निर्माण में झोल सामने आया है। खिड़की दरवाजों के नए काम की स्वीकृति हुई थी, लेकिन ठेकेदार ने पुराने ही मरम्मत कर लगा दिए। ईओ ने नाराजगी जताई तो दोबारा से आवास पर नए खिड़की-दरवाजे लगाए गए।
शहर में करीब 74 साल पहले ईओ आवास बनाया गया था। लंबे समय तक मरम्मत नहीं होने के चलते इसकी हालत जर्जर हो गई थी। 17 फरवरी 2024 को प्रज्ञा सिंह ने पालिका में पहली महिला ईओ के रूप में पदभार ग्रहण किया तो ईओ आवास की हालत देखकर उन्होंने चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप से रेनोवेशन कराने का प्रस्ताव रखा। सहमति के बाद निर्माण विभाग ने ईओ आवास के रेनोवेशन का इस्टीमेट बनाकर टेंडर निकाला।
वान्या कंस्ट्रक्शन को यह ठेका मिला और ठेकेदार अभिषेक कुमार ने ईओ आवास पर काम शुरू करा दिया। इस रेनोवेशन पर पालिका ने बोर्ड फंड से करीब छह लाख रुपये का बजट खर्च किया है। इसमें फर्श और दीवारों पर टाइल्स, लाइटिंग, खिड़की और दरवाजे पुराने हटाकर उनको नए लगाने, मुख्य द्वार बदलना, द्वार पर लाइटिंग और रंग-रोगन आदि कार्य भी शामिल था।
बताया गया है कि ठेकेदार ने ईओ आवास से उतारे गए पुराने खिड़की और दरवाजों ही मरम्मत कर लगा दिए जबकि इस्टीमेट में नए खिड़की और दरवाजे शामिल किए गए थे। ईओ प्रज्ञा सिंह ने पुराना सामान देखकर नाराजगी जताई और इस्टीमेट तलब कर लिया। इसके बाद नए खिड़की, दरवाजे लगाए गए। एई अखंड प्रताप का कहना है कि पुराने दरवाजे खिड़की लगाने की शिकायत मिली थी, जिसका निस्तारण करा दिया गया है।