चौसाना। बिजली कटौती से त्रस्त किसानों ने बिजली उपकेंद्र चौसाना पर धरना प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में एकत्र किसानों ने बिजलीघर बंद कर दिया और परिसर में दरी बिछाकर बैठ गए। किसानों ने जेई को भी अपने बीच बंधक बनाकर बैठाया रखा। सूचना पर नायब तहसीलदार ऊन मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता की। प्रशासनिक अधिकारियों व किसानों के बीच पांच घंटे निर्बाध सप्लाई पर वार्ता विफल रही। शाम को किसानों का सदस्यीय दल उच्चाधिकारियों से वार्ता का राजी हुआ और शामली पहुंचा।
चौसाना में पिछले दस दिनों से खेतों को मिलने वाली व टाउन की बिजली सप्लाई में भारी कटौती की जा रही है। जिसे लेकर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। किसानों का आरोप है कि दो घंटे की बिजली सप्लाई मिल रही है। उसमें भी हर दस मिनट में कट लग जाता है। जिससे किसानों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को गुस्साए किसान बिजलीघर पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान विभागीय अधिकारियों को सुबह 11 बजे तक व्यवस्था सुधारने का समय दिया, लेकिन उस पर विद्युत निगम ने कोई अमल नहीं किया। जिसके बाद किसान धरने पर बैठ गए। धरने की सूचना पर नायब तहसीलदार रविंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और धरने की अगुवाई कर रहे किसानों से बातचीत की। किसानों ने पांच घंटे निर्बाध सप्लाई की मांग रखी, लेकिन विभाग ने अलग-अलग उपकेंद्र की सप्लाई की समस्या बताकर मांग मानने से इंकार कर दिया।
जिसके बाद विद्युत विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति से किसानों का दस सदस्यीय दल जेई सिकंदर यादव के साथ उच्चाधिकारियों से वार्ता को शामली पहुंचा। इस दौरान सुरेश, सदाकत, रिफाकत, एहसान, आरिफ, सुरेश, अशोक, आमिर, दिलीप, संतोष सिंह, नवाब सिंह, संसार सिंह, राजवीर, शाहरूख, आदिल आदि मौजूद रहे।
चौसाना। धरनारत किसानों ने जेई सिकंदर यादव को भी अपने बीच बैठायें रखा। कड़ी धूप के बीच किसानों ने बिजलीघर के कमरों को रस्सी से बांधकर ताला लगाने के प्रतीक के रूप में बताया।