शामली। आगामी तीन अक्टूबर को शामली के ब्रिगेडियर होशियार सिंह इंटर कालेज के मैदान में होने वाले किसान सम्मेलन को स्थगित कर दिया गया है। किसान सम्मेलन स्थगित करने के पीछे जिलेभर में त्योहारों एवं कानून व्यवस्था के मद्देनजर धारा 144 लागू होना बताया, जबकि असली वजह मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक का सोशल मीडिया पर बयान का मामला सामने आया है। हालांकि रालोद के पदाधिकारी इस बात को नकारने में लगे हुए हैं।
शुक्रवार की दोपहर एक बजे शहर के कैराना रोड स्थित रालोद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख कैराना वाजिद अली के आवास पर रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र चेयरमैन, शामली सदर विधायक प्रसन्न चौधरी व थानाभवन विधायक अशरफ अली संयुक्त रूप से पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। योगेन्द्र चेयरमैन ने कहा कि तीन अक्टूबर को होने वाले किसान सम्मेलन जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 लागू करने की वजह से स्थगित की गई है। उन्होंने बताया कि धारा 144 समाप्त होने के बाद ही दोबारा किसान सम्मेलन करने की तिथि तय की जाएगी। पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष मुकेश चौधरी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तिरसपाल मलिक, चौधरी अनवार टपराना, सतबीर पंवार, हरेन्द्र सिंह, उमेश मलिक, अरविन्द पंवार, सर्वेश सिंभालका आदि मौजूद रहे।
शामली में किसान सम्मेलन में मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक को आमंत्रित किया गया था। इसमें रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी भी शरीक होते। संवैधानिक दृष्टि से इस समय जिले में धारा 144 लागू है, इसलिए सम्मेलन स्थगित किया गया है। राज्यपाल तब तक अपने पद पर आसीन रह सकते हैं जब तक राष्ट्रपति भवन से कोई आदेश नहीं आ जाता। जयंत चौधरी के बारे में राज्यपाल के स्तर पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है और न ही सतपाल मलिक संवैधानिक पद पर रहते हुए किसी राजनीतिक दल में शामिल हो रहे हैं।