शाहाबाद। भारतीय किसान यूनियन की चेतावनी के बाद भी 22 सितंबर देर सायं तक धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई। इसके चलते भाकियू ने दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे जाम करने का ऐलान किया। सुबह किसान उधम सिंह स्मारक में जुटने लगे। जाम करने की रणनीति में बना रहे हैं। वहीं, वीरवार को देर शाम डीसी शांतनु शर्मा ने अपने कार्यालय में भाकियू पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की, लेकिन खरीद शुरू न कर पाने पर सहमति नहीं बन पाई। वहीं
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जीटी रोड जाम कर दिया जाएगा और इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि सात जिलों के किसान अपनी-अपनी ट्रेक्टर-ट्राली के साथ शाहाबाद के उधम सिंह स्मारक में पहुंच जाएंगे और उसके बाद जीटी रोड जाम कर दिया जाएगा।
किसानों ने आंशिक प्रदर्शन के बाद सरकार को पूरा समय दिया है लेकिन सरकार ने धान की खरीद शुरू करने में किसी तरह का सकारात्मक रवैया नहीं दिखाया है। इसलिए अब किसानों के प्रदर्शन व रोड जाम के लिए सरकार ही पूरी तरह से जिम्मेवार होगी। उन्होंने कहा कि खेत से 30 से 35 क्विंटल धान निकल रही है और पोर्टल पर 22 क्विंटल तक खरीद का नियम बना दिया है। ऐसे में किसान अपनी फसल को कहां लेकर जाएगा। उन्होंने कहा कि धान की खरीद शुरू न होने से किसानों का आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भाकियू की जीटी रोड जाम की चेतावनी को देखते हुए पुलिस प्रशासन की सांसें फूली हुई हैं। इसके चलते वीरवार को पुलिस अधिकारी किसान नेताओं को मनाते नजर आए कि शायद बातचीत से हल निकल जाए और किसान रोड जाम करने के अपने निर्णय को टाल दें।
शाहाबाद पुलिस अधीक्षक रणधीर सिंह ने कहा कि किसानों से बातचीत कर हल निकालने का प्रयास किया जाएगा, ताकि किसान जीटी रोड जाम न करें। उसके बाद भी अगर किसान न माने तो पुलिस बैरिकेड लगाकर किसानों को जीटी रोड पर जाने से रोकेगी।