नई दिल्ली। आयरलैंड के खिलाफ 2 मैचों की सीरीज में भारत ने 2-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। हालांकि दूसरे मैच में भारत के लिए स्थिति कुछ अलग हो सकती थी यदि उमरान मलिक ने आखिरी ओवर में अच्छी गेंदबाजी नहीं की होती। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने इस मैच में 7 विकेट खोकर 225 रन बनाए और आयरलैंड के सामने 226 रनों का लक्ष्य रखा। लेकिन एक वक्त यह स्कोर आइरिश बल्लेबाजों के सामने छोटा पड़ गया था। लगा कि टीम यहां कुछ उलटफेर न कर दे लेकिन उमरान मलिक ने आखिरी ओवर में 17 रन डिफेंड कर टीम को मैच और सीरीज दोनों में जीत दिला दी।
226 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आयरलैंड की टीम को आखिरी ओवर में 17 रनों की दरकार थी और कप्तान पांड्या ने गेंद थमाई युवा उमरान मलिक को जो 3 ओवर में 30 रन देकर मैच में महंगे साबित हुए थे। लेकिन मलिक ने अपने कप्तान को निराश नहीं किया।
मलिक की पहली गेंद डाट थी लेकिन दूसरी गेंद में उनपर दबाव साफ दिखा जब उन्होंने नो बाल डाली। अगली दो गेंदों पर आइरिश बल्लेबाज मार्क एडेर ने बैक टू बैक बाउंड्री लगाकर टीम के साथ फैंस की भी धड़कन तेज कर दी। लेकिन फिर उमरान ने वापसी की और अगली तीन गेंदों पर केवल तीन सिंगल दिए और भारत को मैच और सीरीज में जीत दिला दी।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में अपनी बारी का इंतजार करने वाले उमरान को आयरलैंड के खिलाफ पहले टी20 में डेब्यू करने का मौका मिला। लेकिन बारिश से बाधित 12 ओवर के मैच में उन्हें केवल एक ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिला। उसमें भी वो महंगे साबित हुए और 14 रन खर्चे।
दूसरे मैच में एक बार फिर से उमरान को मौका मिला और आखिरी ओवर में उन्होंने 17 रन डिफेंड कर टीम को जीत दिला दी और बन गए मैच के हीरो। इस मैच में उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय विकेट भी लिया। उन्होंने आयरलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज लारकेन टकर को आउट करके अपने अंतर्राष्ट्रीय विकटों का खाता खोला।