गुरुग्राम. दिल्ली-देहरादून हाईवे पर मुजफ्फरनगर के खतौली वहलना बाईपास के नजदीक कार हादसे में घायल प्रिस कुमार ने भी बुधवार दोपहर इलाज के दौरान मेदांता अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस तरह हादसे में कुल पांच युवकों की मौत हो गई। अंतिम संस्कार में काफी संख्या में लोग शामिल हुए। हादसे में मारे गए पांच युवकों में से चार एक ही गांव मोलाहेड़ा के रहने वाले थे। एक अन्य की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
गांव मोलाहेड़ा के साहिल का बुधवार को जन्मदिन था। वह जन्मदिन की पार्टी करने अपने दोस्त गांव बजघेड़ा निवासी प्रिस चौहान की टाटा सफारी से सोमवार रात हरिद्वार जा रहे थे। कार में उनके उनके दोस्त गांव के ही मनीष, रविद्र, प्रिस कुमार और रोहित भी थे। गाड़ी प्रिस कुमार चला रहे थे। रात लगभग एक बजे दिल्ली-देहरादून हाईवे पर वहलना बाईपास के पास कार डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार पलटकर बीच से फट गई।
साहिल, प्रिस चौहान, मनीष और रविद्र की मौके पर ही मौत हो गई जबकि प्रिस कुमार और रोहित गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से स्वजन गुरुग्राम लेकर आ गए। प्रिस को मेदांता में जबकि रोहित को पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया। गहरी चोट लगने की वजह से प्रिस ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
गांव मोलाहेड़ा से लेकर बजघेड़ा में छाया मातम
हादसे से गांव मोलाहेड़ा से लेकर बजघेड़ा तक मातम छाया हुआ है। हादसे के शिकार सभी युवक जिगरी दोस्त थे। सभी की इलाके के अन्य युवकों के साथ ही दोस्ती थी। सभी का एक-दूसरे के घर जाना-आना था। इस वजह से पूरे इलाके में गम का माहौल है। मृतकों में केवल रविद्र शादीशुदा थे। दो साल पहले उनकी शादी हुई थी। एक साल की बेटी है।
प्रिस चौहान का अंतिम संस्कार उनके गांव बजघेड़ा में जबकि अन्य चार का अंतिम संस्कार सेक्टर-22 स्थित श्मशान स्थल पर किया गया। गांव मोलाहेड़ा निवासी सतीश कुमार ने बताया कि प्रिस चौहान को छोड़कर अन्य सभी युवक उनके परिवार से हैं। वह चाचा लगते हैं। सभी युवक रोजगार से जुड़े थे। कोई अपना काम करता था तो कोई किसी कंपनी में नौकरी करता था। सभी खुशहाल थे। एक ही पल में हर तरफ मातम छा गया।
बुधवार को चार अर्थियां एक ही गली से निकलीं। सेक्टर-22 स्थित श्मशान घाट पर गांव मोलाहेड़ा के युवकों के अंतिम संस्कार में पहुंचे इलाके के पार्षद रविद्र यादव ने बताया कि हादसे में बचे एक मात्र रोहित को भी काफी चोट लगी हुई है। उनका इलाज चल रहा है। इधर, हादसे की वजह से गांव मोलाहेड़ा और गांव बजघेड़ा में ही नहीं बल्कि कार्टरपुरी और गांव चौमा भी गम का माहौल है क्योंकि सभी के जानकार आसपास के गांवों में भी हैं।