नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की नीति और चुनौती कुछ अलग लग रही है। उन्होंने उम्मीदवार बदल कर नामांकन के आखिरी दिन (25 अप्रैल) कन्नौज से खुद पर्चा दाखिल किया। इस चुनाव में पहली बार वह जहां एक ओर सपा को इस छवि से बाहर निकलना चाहते हैं कि सपा केवल मुस्लिम-यादवों की पार्टी है, वहीं कई मोर्चों पर एनडीए के साथ-साथ बसपा को पछाड़ने की भी चुनौती है।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने 62 उम्मीदवारों में से केवल चार मुस्लिम और पांच यादव कैंडिडेट्स उतारे हैं। यहां तक कि पार्टी ने 17 आरक्षित सीटों के अलावा मेरठ और अयोध्या जैसी सामान्य सीटों पर भी दलितों को टिकट दिया है।
सपा ने अयोध्या से अवधेश प्रसाद को मैदान में उतारा है। पासी समुदाय से आने वाले अवधेश नौ बार विधायक रहे हैं। अभी वह अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।