नई दिल्ली. पित्त को शांत करती है जामुन. इसलिए यह उन सभी रोगों को नियंत्रित करने और दूर करने में प्रभावी होती है, जो शरीर में पित्त बढ़ने के कारण होते हैं. ऐसे ही कुछ रोगों के बारे में यहां बताया जा रहा है. इनके अतिरिक्त जामुन किन समस्याओं से बचाव करता है, इसे कैसे खाना चाहिए, कितनी मात्रा में खाना चाहिए और कब नहीं खाना चाहिए, जैसे सभी जरूरी प्रश्नों के उत्तर आपको यहां बताए जा रहे हैं…
पैंक्रियाज को ऐक्टिव करता है जामुन और डायबिटीज को कंट्रोल करके इसे पूरी तरह खत्म भी कर सकता है.
जिनका पाचन खराब रहता है और अक्सर पेट संबंधी समस्याएं बनी रहती हैं, उन्हें भी हर दिन जामुन खानी चाहिए.
इरिटेबल बॉउल सिंड्रोम यानी आईबीएस की समस्या है तो उन्हें भी हर दिन जामुन का सेवन करना चाहिए. आईबीएस होने का सबसे बड़ा लक्षण यही होता है कि आपको बार-बार मोशन जाना पड़ता है.
जामुन कोलेस्ट्रोल को कम करती है इसलिए हार्ट के लिए अच्छी होती है. आप अपने हृदय की सेहत को बनाए रखने के लिए हर दिन जामुन का सेवन करें.
अगर आपके बच्चे को बिस्तर पर शूशू करने की समस्या है तो आप उसे हर दिन जामुन खिलाएं. उसकी समस्या दूर होगी और बच्चा स्वस्थ रहेगा.
जिन महिलाओं को यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी यूटीआई की समस्या है, वे हर दिन जामुन खाकर अपनी परेशानी को जल्द खत्म कर सकती हैं. जिन्हें वाइट डिस्टचार्ज की समस्या है, उन्हें भी हर दिन जामुन का सेवन करना चाहिए.
किडनी की सेहत के लिए जामुन बहुत अच्छी है यह किडनी की कार्यक्षमता में वृद्धि करती है.
आपको फैटी लिवर की समस्या है या आपका लिवर अक्सर खराब रहता है तो भी आपको हर दिन जामुन का सेवन करना चाहिए. इससे आपका लिवर जल्द स्वस्थ होगा.
आप एक दिन में 70 ग्राम तक जामुन खा सकते हैं. इससे अधिक सेवन करने पर ब्लड शुगर लेवल कम होने की दिक्कत हो सकती है.
जामुन को हमेशा साफ पानी से धोकर और काला नमक या पिंक सॉल्ट लगाकर खाना चाहिए. नमक लगाकर जामुन खाने से इससे गुणों में वृद्धि होती है और इसका लाभ शरीर को जल्द प्राप्त होता है.
शुगर की समस्या होने पर जामुन की तीन गुठली जबाकर खाएं. आपकी शुगर एकदम कंट्रोल रहेगी. आप चाहें तो इसकी गुठलियों को सुखकर रख लें और खाने से पहले तीन गुठलियां पीसकर या कूटकर खा लें. दिन में सिर्फ एक बार इनका सेवन करना है.
जामुन में बहुत सारे मिनरल्स होते हैं. जैसे, फ्रक्टोज, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक ये सभी शरीर के पाचन से लेकर हड्डियों को मजबूत बनाने तक बहुत अधिक प्रभावी तरीके से काम करती है.
जामुन कब ना खाएं
स्वाद के चक्कर में ज्यादा ना खाएं ब्लड शुगर डाउन करती है.
फास्ट में जामुन ज्यादा ना खाएं.
दूध के बाद, हल्दी, अचार के बाद कम से कम 1 से 2 घंटे तक जामुन ना खाएं.