नई दिल्ली। पूर्व चुनाव रणनीतिकार और जन सुराज संगठन के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपने अनुमान बताए हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए 100 सीट का आंकड़ा पार करना बहुत ही मुश्किल है। उन्होंने न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाउ’ के साथ बातचीत में यह बात कही। पीके ने कहा, ‘इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 370 सीट तक पहुंचने की संभावना नहीं है। हालांकि, वह पश्चिम बंगाल में इस बार भी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।’
प्रशांत किशोर से पूछा गया कि क्या कांग्रेस इस चुनाव में 100 का आंकड़ा पार कर लेगी? इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें लोकसभा में कांग्रेस की वर्तमान सीट की संख्या में बड़े बदलाव की संभावना नजर नहीं आती। उन्होंने कहा, ‘अगर सीट की संख्या 50-55 हो जाए तो इससे देश की राजनीति नहीं बदल जाएगी। मुझे कांग्रेस के लिए चुनाव नतीजे में कोई सकारात्मक बदलाव नहीं दिख रहा है। बड़े बदलाव के लिए कांग्रेस को 100 का आंकड़ा पार करना होगा।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार करेगी। आज की तारीख में यह बहुत मुश्किल है।
भाजपा के 370 सीट जीतने के लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर किशोर ने कहा, ‘बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए 370 का यह लक्ष्य रखा है। लोगों को इस 370 के टारगेट को सच नहीं मानना चाहिए। हर नेता को लक्ष्य तय करने का अधिकार है। अगर वे इसे हासिल कर लेते हैं तो बहुत अच्छा है, यदि नहीं कर पाते हैं तो पार्टी को इतना विनम्र होना चाहिए कि वह अपनी गलती स्वीकार कर ले।’ उनके मुताबिक, 2014 के बाद 8-9 चुनाव ऐसे हुए जहां भाजपा अपने तय लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है।
प्रशांत किशोर ने कहा, ‘मैं कह सकता हूं कि भाजपा अकेले 370 सीट हासिल नहीं कर सकती। इसकी संभावना करीब-करीब जीरो ही मानता हूं। अगर यह होता है तो मुझे बहुत आश्चर्य होगा।’ किशोर के अनुसार, अगर संदेशखाली जैसी घटना होती है, तो निश्चित रूप से वह सत्तारूढ़ दल के लिए नुकसान का कारण बनेगी। उनका मानना था कि भाजपा 2019 में पश्चिम बंगाल में मिली अपनी सीट से नीचे नहीं आएगी। पिछले चुनाव में भाजपा को पश्चिम बंगाल में 18 सीट हासिल हुई थी। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के संदर्भ में किशोर ने कहा कि यह यात्रा का समय नहीं है क्योंकि लोकसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है।