डोईवाला. उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल निवासी मधु बिष्ट के भांजे ने उनके मुजफ्फरनगर स्थित मकान पर कब्जा कर लिया। जिस उन्होंने पत्र लिखकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई। उसके बाद मधु बिष्ट को 14 साल बाद अपना आशियाना वापस मिल पाया है। जिसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया है।
मामला वर्ष 2008 का है। ग्राम जयगांव जनपद पौड़ी गढ़वाल, हाल निवासी चांदमारी डोईवाला मधु बिष्ट ने बताया कि उन्होंने अपनी जमापूंजी से गांधी कालोनी, ग्राम सरवट जिला मुजफ्फरनगर में एक मकान खरीदा। मुजफ्फरनगर निवासी अपने भांजे दिनेश रौतेला को रहने के लिए किराये पर दे दिया। परंतु जब छह माह उन्हें किराया नहीं मिला तो उन्होंने दिनेश से किराया मांगा। दिनेश किराया देने के लिए आनाकानी करने लगा। दो वर्ष तक ऐसा ही चलता रहा। दो वर्ष बाद दिनेश गांव आ गया। तो उन्होंने मुजफ्फनगर जाकर अपने मकान में ताला लगा दिया। फिर कुछ साल बाद जब वह दोबारा मुजफ्फरनगर पहुंची तो देखा की वहां किराएदार रह रहे थे। उन्होंने वह रहे रहे लोगों से ताला तोड़ने पर एतराज जताया।
इसके बाद दिनेश रौतेला अपने साथियों के साथ आया कहा कि इस मकान को भूल जाओ, अगर दोबारा यहां आए तो जान से जाओंगे। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत उक्त क्षेत्र के थाने में की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई, उसके बाद एसएसपी मुजफ्फरनगर से की फिर भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता ने बताया कि उसके बाद जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ माह पूर्व अपने यमकेश्वर स्थित गांव में पहुंचे तो उन्होंने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई और इस संबंध में एक शिकायती पत्र दिया था। जिसके बाद मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस मामले में सक्रियता दिखाते हुए कुछ दिनों बाद मकान पर कब्जा दिला दिया। मधु बिष्ट और उनके रिश्तेदार महिपाल सिंह बिष्ट ने 14 साल बाद न्याय मिलने पर मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया।