मुजफ्फरनगर। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के वेतन निर्धारण और पदोन्नति में गड़बड़ी के साथ अब आवासीय भत्ते का मामला भी सामने आया है। ग्रामीण क्षेत्र में तैनाती वाले शिक्षक भी शहरी क्षेत्र का भत्ता ले रहे हैं। मामले पकड़ में आने के बाद अब खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
लेखा विभाग की ओर से बेसिक स्कूलों के विभिन्न मामलों की जांच कराई जा रही है। नया मामला आवासीय भत्ते का है। नियम ये है कि शहर के आठ किलाेमीटर के दायरे में तैनात शिक्षकों को शहरी क्षेत्र और इससे दूरे के क्षेत्र वाले शिक्षकों को देहात क्षेत्र के हिसाब से आवासीय भत्ता दिया जाएगा। मगर, जिले में पुरकाजी जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों में तैनात शिक्षक भी शहरी क्षेत्र का भत्ता ले रहे हैं। ऐसे शिक्षकों को लेखा विभाग की ओर से खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सहायक लेखा अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि कुछ शिक्षक गलत तरीके से भत्तों का लाभ ले रहे हैं।
बेसिक शिक्षा के 951 स्कूलों में करीब 3700 शिक्षक तैनात है। शिक्षकों के वेतन निर्धारण और पदोन्नति की जांच चल रही है। अभी तक की जांच में शिक्षक सर्विस बुक उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।
इस तरह के मामलों की जांच
– बेसिक शिक्षा में छठे वेतनमान निर्धारण में त्रुटि
– मनमाने ढंग से कनिष्ठ को वरिष्ठ के बराबर वेतन
– नोशनल (काल्पनिक) पदोन्नति
– जीपीएफ के प्रकरण
– जूते-मौजे का वितरण
– अनुकंपा के आधार पर नौकरी