मुजफ्फरनगर। चरथावल रोड पर कूड़ा प्लांट पर कूड़ा बीनने का काम कर रहा मजदूर जेसीबी की चपेट में आकर घायल हो गया। जिला अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने कूड़ा प्लांट के पूर्व ठेकदार के कहने पर जेसीबी चढ़ाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और पुलिस को तहरीर भी दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेजा। सहारनपुर के देवबंद के गांव सूबरी निवासी महकार (22) पुत्र मुर्तजा तीन माह से सिविल लाइन क्षेत्र की मदीना कालोनी में रहने वाले अपने जीजा असलम के पास रहकर चरथावल रोड पर न्याजूपुरा मार्ग पर स्थित कूड़ा प्लांट पर कूड़ा बीनने की मजदूरी करता था।
रविवार को वह अपने भाई नवाब, राजा, अतीक और रियासत, इंतजार, पवन आदि के साथ काम कर रहा था। वहां कूड़ा एकत्र करने वाली नगर पालिका की जेसीबी को रामपुर निवासी पंकज चला रहा था। तभी कूड़े से लदा बोरा लेकर जा रहा महकार जेसीबी की चपेट में आकर घायल हो गया था। इसके बाद चालक जेसीबी छोड़कर फरार हो गया। घायल को उसके जीजा का भाई मुकर्रम व अन्य मजदूर जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद परिजनों व मजदूरों व परिचितों ने हंगामा कर पूर्व ठेकेदार सोनू के कहने पर जेसीबी चालक पर जेसीबी चढ़ाकर महकार की हत्या का आरोप लगाया। जानकारी पाकर सीओ सिटी आइपीएस व्योम बिंदल व शहर कोतवाल महावीर सिंह चौहान मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
परिजनों का आरोप कि पूर्व ठेकेदार सोनू से कूड़ा प्लांट पर कार्य का ठेका लेने वाली कंपनी ने ठेका छुड़ाकर असलम को दे दिया था। इससे सोनू नाराज था और उसने शनिवार को महकार को जान से मारने की धमकी दी थी। सोनू के कहने पर ही पंकज ने महकार के ऊपर जेसीबी चढ़ाई है। ऐसा आरोप लगाते हुए मृतक के भाई नवाब ने शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। आरोप लगाया कि आरोपी सोनू को एक मंत्री का संरक्षण मिला हुआ है।
सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि महकार की हादसे में मौत हुई है। महकार के जीजा असलम और सोनू में कूड़ा बीनने के ठेके को लेकर कई माह से विवाद चला आ रहा है। कूड़ा प्लांट पर कार्य कराने का ठेका पहले सोनू के पास था। अब असलम के पास है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।