मुजफ्फरनगर। शिक्षक हत्याकांड में मांग पूरी न होने पर शिक्षक संगठनों ने फिर से मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया था। हालांकि यह बहिष्कार केवल ज्ञापन तक ही सीमित रह गया। ज्ञापन सौंपने के बाद पांचों केंद्रों पर रोजाना की तरह शांतिपूर्ण तरीके से मूल्यांकन कार्य हुआ। 45632 कॉपियां जांची गईं।

जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि शनिवार को हाईस्कूल की 25825 और इंटरमीडिएट की 19807 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया। अब तक 2,57,086 उत्तर पुस्तिकाएं चेक की जा चुकी हैं। अब सिर्फ 60556 उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए शेष रह गई हैं। उन्होंने कहा कि होली पर्व को लेकर अब तीन दिन की छुट्टी के बाद मूल्यांकन कार्य किया जाएगा।

डीआईओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि शनिवार को राजकीय शिक्षक संघ ने मृतक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के परिवार को मुआवजे सहित अन्य मांगों को लेकर मांग पत्र सौंपा है। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन बहिष्कार की बात सामने आई थी, लेकिन सभी केंद्रों पर रोजाना की तरह मूल्यांकन कार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन प्राप्त हुआ है। इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष संदीप कुमार कौशिक, संजीव कुमार जावला, रणवीर सिंह, सुनील कुमार, विजय कुमार त्यागी, हरकेश सिंह, राहुल कुशवाहा मौजूद रहे।

यह रखी मांगेें

मृतक शिक्षक के परिवार को दो करोड़ रुपये की विशेष सहायता राशि तत्काल प्रदान की जाए।

आरोपी पुलिस कर्मी के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर समयबद्ध कठोरतम सजा सुनाई जाए।

मृतक शिक्षक की पत्नी को पेंशन के रूप में शिक्षक की शेष सेवा तक पूर्ण नियमित वेतन प्रदान किया जाए।

उत्तर पुस्तिकाओं को पहुंचाने व लाने के कार्य से शिक्षकों को दूर रखा जाए, प्रशासन व निजी संस्थाओं से यह कार्य कराया जाए।

राजकीय हाई स्कूल महगांव वाराणसी का नाम स्व. धर्मेंद्र कुमार राजकीय हाईस्कूल महगांव घोषित किया जाए।