जयपुर. राजस्थान में जालोर के संत रविनाथ सुसाइड केस पर सियासत गरमा गई है. इस मामले में बीजेपी विधायक पूराराम चौधरी का नाम आने के बाद कांग्रेस इसे लेकर आक्रामक हो गई है. कांग्रेस को मुद्दत के बाद ऐसे मसले पर बीजेपी को घेरने का मौका मिला है. बीजेपी पिछले लंबे समय से इस तरह के धार्मिक मामलों को लेकर गहलोत सरकार को घेरती रही है. ऐसे मामलों में बीजेपी ने आक्रामक रुख अख्तियार कर कांग्रेस को तुष्टिकरण और खुद को हिन्दूत्ववादी छवि के तौर पर पेश करने का काम किया. लेकिन जालोर मामले में बीजेपी विधायक का नाम आने के बाद बीजेपी ने चुप्पी साध रखी है.
दूसरी ओर कांग्रेस इस मसले को तूल देकर बीजेपी पर उसके ही हथियार से उस पर हमला करने का मन बना चुकी है. कांग्रेस इस मुद्दे पर बीजेपी से सवाल पूछ रही है. बीजेपी से इस पर जवाब देते नहीं बन रहा है. जबकि ऐसे ही मसलों पर बीजेपी तुरंत जांच कमेटी बनाती रही है. इस बार कांग्रेस ने जांच कमेटी बनाकर उसे पड़ताल के लिये मौके पर भेज दिया.
कांग्रेस फिलहाल इस मामले पर बीजेपी का पीछा छोड़ने के मूड में नहीं है और इसे पुरजोर तरीके से भुनाने की कोशिश कर रही है. यही वजह है कि मामला सामने आते ही पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने इस मामले पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया. मंत्री रामलाल जाट, अर्जुन सिंह बामणिया और पीसीसी सचिव भूराराम सिरवी की कमेटी जालोर का दौरा भी कर चुकी है. कमेटी ने संत रविनाथ की मृत्यु की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.
इससे पहले गोविंद सिंह डोटासरा ट्वीट कर कह चुके हैं कि ये आत्महत्या नहीं है. बीजेपी विधायक ने हनुमान आश्रम के रास्ते में खाई खोदकर संत को प्रताड़ित किया और उन्हें मजबूर किया गया. सरकार किसी दोषी को नहीं छोड़ेगी. डोटासरा ने आरोप लगाया कि बीजेपी के लिए सनातन धर्म सिर्फ सियासी शोर शराबा है.
कांग्रेस की ओर से इस मसले पर लगातार बीजेपी को घेरा जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से कहा गया है कि संत रविनाथ की आत्महत्या पर बीजेपी इसलिए चुप है क्योंकि वे दलित समाज से थे. इसमें बीजेपी विधायक पूराराम चौधरी खुद आरोपी हैं. कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक ने ही संत को सुसाइड करने के लिये मजबूर किया था. अब बीजेपी के सामने संकट यह है कि वह जांच कमेटी बनाए तो आखिर किसे दोषी बताए. उल्लेखनीय है कि जालोर के गौरक्ष आदेश श्री बालाजी हनुमान मंदिर आश्रम के संत संत रविनाथ ने हाल ही में सुसाइड कर लिया था. इस मामले को लेकर काफी बवाल मचा था.