गाजियाबाद। लोहे की एंगल बनाने वाली एक फर्म के नवयुग मार्केट स्थित कार्यालय और सिकंदराबाद स्थित फैक्टरी पर राज्यकर विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा। जांच में पाया गया कि फर्म संचालक ने बोगस फर्माें से खरीद दर्शाकर फर्जी तरीके से 1.03 करोड़ का आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) क्लेम लेकर कर चोरी की। अधिकारियों ने ई-वे बिल और वाहनों की ट्रैकिंग कर यह चोरी पकड़ी है। फर्म ने कर चोरी की यह रकम राज्यकर विभाग में जमा करा दी है राज्यकर विभाग जोन-दो के अपर आयुक्त (ग्रेड-1) दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि इस फर्म की ओर से दाखिल की गई जीएसटी रिटर्न के डाटा का विश्लेषण कराया गया।
आयरन रोलिंग का काम करने वाली फर्म की ओर से क्लेम की गई आईटीसी और जारी ईवे बिल की जांच करने पर पाया गया कि इसने अन्य राज्यों में पंजीकृत फर्मों से खरीद की है। इसके लिए फर्म से ईवे बिल भी जारी किया गया। ईवे बिल में दर्शाए गए वाहनों की ट्रैकिंग टोल और आईआरडीएफ कार्ड से कराई गई तो पता चला कि जिन वाहनों के जरिए माल का परिवहन दर्शया गया है, उन्होंने कभी गाजियाबाद और सिकंदराबाद में प्रवेश ही नहीं किया।
इसमें एसआईबी रेंज सी के उपायुक्त अनुराग बरौलिया, खंड-16 के उपायुक्त मुकेश कुमार और खंड-13 की उपायुक्त सपना गुप्ता के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित की गई। इन टीमों ने फर्म के मुख्य व्यापार स्थल नवयुग मार्केट और अतिरिक्त व्यापार स्थल के रूप में सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र में बनाए गए कार्यालय पर छापामारी की। जांच के दौरान पाया गया कि फर्म की ओर से नियमित रूप से व्यापार का लेखा जोखा नहीं रखा जा रहा। मनमाने ढंग से खरीद-बिक्री का डाटा रिटर्नों में दिखाया जा रहा हैI बड़ी मात्रा में स्टॉक का अंतर भी पाया गया।