मुजफ्फरनगर। रालोद की 17 साल बाद यूपी कैबिनेट में वापसी हुई है। बताया गया कि 2002 में बघरा से जीतकर अनुराधा बनीं मंत्री थीं।
पश्चिम यूपी की राजनीति में खास दखल रखने वाले रालोद की करीब 17 साल बाद यूपी कैबिनेट में वापसी हुई है। आखिरी बार बघरा से जीतकर अनुराधा चौधरी मंत्री बनाई गई थीं। उनके बाद एमएलसी मुन्ना सिंह चौहान भी मंत्रालय में रहे।
खतौली और बघरा विधानसभा सीट से जीतकर रालोद कोटे से मंत्री बनते रहे हैं। खतौली से बागपत के रहने वाले लक्ष्मण सिंह मंत्री बनाए गए थे। उनके बाद धर्मवीर बालियान को मंत्रालय मिला। वर्ष 2002 में बघरा से विधायक चुनी गई अनुराधा चौधरी कैबिनेट मंत्री रही। वर्ष 2004 में कैराना से सांसद बनने के बावजूद उन्हें कैबिनेट स्तर के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण आयोग की अध्यक्ष बनाया गया। इस तरह उनके पास 2007 तक दर्जा रहा।
इसी दौरान रालोद के एमएलसी मुन्ना सिंह चौहान भी मंत्री रहे। वर्ष 2007 में बसपा, 2012 में सपा और 2017 में भाजपा सरकार में रालोद को मंत्रालय नहीं मिले। लेकिन वर्ष 2022 से चल रही भजपा सरकार में अब पुरकाजी विधायक अनिल कुमार को मंत्री बनाया है। करीब 17 साल बाद रालोद की मंत्रालय में वापसी हुई है।