बागपत। बड़ौत के किरठल गांव के जंगल में बुधवार को हिरण का शिकार कर रहे दो शिकारियों को खेतों में काम कर रहे किसानों ने धर दबोचा, जबकि पांच शिकारी फरार हो गए। इस दौरान किसानों ने उन्हें पकड़ने का भी प्रयास किया, लेकिन शिकारी बाइकों पर सवार होकर फरार हो गए। इसको लेकर गुस्साए किसानों ने हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने भी फरार शिकारियों की तलाश की, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल सका।
आठ से दस शिकारियों ने दो हिरण को धर दबोचा। इस दौरान एक हिरण शिकारियों के जाल से बचकर फरार हो गया। खेतों में काम कर रहे किसान पुष्पेंद्र चौहान, आजाद, धर्मपाल, सुधीर, मनोज आदि ने गांव में अन्य किसानों को फोन पर सूचना देकर मौके पर बुला लिया और घेराबंदी कर शिकारियों को हिरण समेत धर दबोचा। इस दौरान पांच शिकारी किसानों को चकमा देकर बाइकों पर सवार होकर फरार हो गए। पकड़े गए शिकारी हरियाणा के बताए जा रहे हैं। इसको लेकर गुस्साए किसानों ने हंगामा किया।
किसानों का आरोप था कि वन क्षेत्राधिकारी रेंज पर नहीं रहते, जिस कारण क्षेत्र में शिकारी सक्रिय हो गए हैं, जो आए दिन वन्य जीवाें का शिकार कर रहे हैं। उन्होंने वन क्षेत्राधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलते ही वन रक्षक संजय, वन रक्षक मोहित, वन कर्मी मनोज व विकास मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों के साथ फरार हुए शिकारियों की तलाश की, लेकिन वे हाथ नहीं लग सके। बाद में पकड़े गए शिकारियों व हिरण को वन विभाग कार्यालय पर लगाया गया। इसकी सूचना संबंधित पुलिस को दे दी गई है।
वन रक्षक संजय कुमार का कहना है कि इसकी सूचना उच्चाधिकारियों समेत पुलिस प्रशासन को दे दी गई है। शिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। वन्य जीवाें का शिकार नहीं होने दिया जाएगा।