गाजियाबाद। राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में कई स्पाट लोगों के लिए जानलेवा बने हैं। नेशनल हाइवे से सटे इन पॉइंट़स पर हर रोज एक सड़क हादसा होता है। इनमें कई इंटरनल सड़कें भी शामिल हैं। मिली जानकारी के मुताबिक तीन साल में 330 से ज्यादा लोग हादसों का शिकार हो चुके हैं। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि रोजाना एक सड़क हादसा होता है।
दरअसल, जिन जगहों पर सबसे ज्यादा हादसे हो रहें उनको ब्लैक स्पाट घोषित किया है। गाजियाबाद के विजय नगर, लालकुआं और करन गेट चौकी के पास हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस, रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस और पीडब्ल्यूडी की ओर से सर्वे किया गया है, लेकिन समस्या जस की तस है।
नेशनल हाइवें पर विजय नगर और लालकुआं को ब्लैक स्पाट घोषित किया गया है जबकि एनएच-34 पर घूकना मोड, दुहाई कट फ्लाईओवर, आईटीएस कट, आर्डिनेंस फैक्ट्री मुरादनगर, हनुमान मंदिर कट मुरादनगर, गंगा नदी रावली रोड तिराहा, जलालपुर रोड आदि 13 स्पाट हैं जहां पर 128 लोग जान गंवा चुके हैं जबकि 171 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स रोड पर राजेंद्र नगर और दिल्ली यूपी बार्डर पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दिल्ली से सटे इन दोनों पाइंटस पर अभी तक 18 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इंटरनल सड़कों पर करन गेट के अलावा अर्थला कट के पास भी सबसे ज्यादा हादसे होत हैं।
एलिवेटिड रोड से उतरते समय राजनगर एक्सटेंशन की तरफ जाने वाले वाहन चालक भी हादसों का शिकार हो रहे हैं। उधर, एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि जो ब्लैक स्पाट हैं उनका लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। हादसों का ग्राफ कम हो इसके लिए अन्य विभागों से वार्ता चल रही है।