शामली। नकली दवा के भंडारण के शक में सील किए मेडिकल स्टोर के पीछे की दीवार शनिवार को नई बनी मिली। गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद व शामली की ड्रग विभाग की टीम को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सील खोलने पर इसकी जानकारी हुई। जिससे आशंका जताई जा रही है कि नकली दवा स्टोर से हटा दी गई हैं। टीम ने 15 दवा के नमूने लेने के साथ ही दूसरा मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।
गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद व मेरठ ड्रग विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को जनपद बागपत के थाना सिंघावली अहीर से दो युवकों को ब्रांडेड नकली दवा के साथ पकड़ा था। इसके बाद कांधला निवासी आस मोहम्मद को गिरफ्तार किया था। उसने बताया था कि कैराना स्थित खैर मेडिकल स्टोर पर नकली दवा की खेप है। रात में ही ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय ने बिसातियान में खैर मेडिकल स्टोर पर छापा मारा था। टीम ने मेडिकल स्टोर पर सील लगा दी थी। थाना सिंघावली अहीर पर खैर मेडिकल स्टोर संचालक नवाजिश सहित चार आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
वहीं, शनिवार को मेरठ ड्रग इंस्पेक्टर पीयूष शर्मा, मुजफ्फरनगर ड्रग इंस्पेक्टर पवन शाक्य और शामली ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय पुलिस बल के साथ खैर मेडिकल स्टोर पहुंचे। यहां मजिस्ट्रेट/तहसीलदार प्रियंका जायसवाल भी पहुंचीं। स्टोर संचालक के भाई दानिश की मौजूदगी में सील खोली गई। इसके पीछे की दीवार तोड़कर नई ईंटों की बनाई हुई मिली। साथ ही बराबर के जीने की दीवार तोड़कर नई ईंटें लगा दी गईं।
दानिश नई दीवार बनाने का कारण नहीं बता सका। इसके बाद टीम ने मेडिकल स्टोर से विभिन्न ब्रांड की 15 दवा के नमूने जांच के लिए भेजे। मेरठ ड्रग इंस्पेक्टर पीयूष शर्मा ने बताया कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस शादाब उर्फ नवाजिश के नाम पर है। सील लगाने के बाद पीछे की दीवार तोड़कर दवा हटाई गई हैं। जिस पर मुकदमा कराया जाएगा। मेडिकल स्टोर से विभिन्न ब्रांड की 15 दवा के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। देर शाम तक ड्रग्स विभाग की कार्रवाई जारी रही।
राना में खैर मेडिकल स्टोर में दवाईयों के सैंपल लेती ड्रग विभाग की टीम।