मेरठ:- पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ शहरमें नगर निगम सीमा में प्रवेश करते समय वाहन चालकों को विशेष रुप से ट्रैफिक नियमों का पालन करना होगा.नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.जी हां ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए मेरठ जिला प्रशासन द्वारा बड़े बदलाव किए जा रहे हैं.जिससे एक तरफ जहां सिग्नल का पालन ना करने वाले लोगों का चालान घर पहुंचेगा.वहीं दूसरी ओर शहर में तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाना भी अब महंगा पड़ सकता है.
नगर निगम से संबंधित क्षेत्रों में प्रवेश करते समय स्पीड का विशेष रूप से ध्यान दें.अगर दो पहिया वाहन का उपयोग कर रहे हैं तो शहर में 20 की स्पीड से चलना होगा.वहीं चार पहिया वाहन से चल रहे हैं तो यह स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रहेगी.जैसे ही इस स्पीड को पार किया तो स्पीड मापक सिस्टम के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के कारण कार्यवाही की जाएगी.मेरठ एसएसपी प्रभाकर चौधरी द्वारा इस संबंध में ट्रैफिक अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
स्पीड को लेकर पहले 15 दिनों तक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.जिससे लोगों को नियमों के बारे में पता चलता रहे.उसके बाद अगर लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे.तो उनके घर पर चालान पहुंच जाएगा.
चौराहों पर ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के लिए आईटीएमएस सिस्टम शुरू कर दिया गया है.हालांकि अभी ट्रायल किया जा रहा है.जिससे कि कोई परेशानी हो तो उसका पता चल सके.जल्द ही तेजगढ़ी चौराहा, जेल चुंगी चौराहा, बच्चा पार्क बेगम, गांधी आश्रम सहित विभिन्न चौराहों पर आईटीएमएस सिस्टम के तहत ही ट्रैफिक चलेगा.जो लोग ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन करेंगे.उन लोगों के घर बैठे हाईटेक कैमरों के माध्यम से चालान पहुंच जाएगा.बताते चलें कि ओवर स्पीड और नियमों का पालन ना करने के कारण कई बार दुर्घटना देखने को मिलती है.इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए मेरठ शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू हो उसके लिए नई नई नीतियां अपनाई जा रही हैं.ताकि सभी लोग के ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित सफर कर सकें.