मुजफ्फरनगर. स्थानीय कस्बे के मोहल्ला जुम्मा में मजदूर के मकान की छत अचानक भरभराकर गिर गई। मकान के अंदर मौजूद तीन बच्चे दब गए। नमाज पढ़कर लौट रहे लोगों ने चीख-पुकार सुनकर मलबा हटाने में जुट गए। मलबे से 8 वर्षीय बच्ची का शव निकला, दो बच्चे जो गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची इस दौरान हलका लेखपाल ने पहुंचकर मौका मुआयना किया।
जानसठ कस्बे के मोहल्ला जुम्मा में आस मोहम्मद का परिवार रहता है। आस मोहम्मद मेहनत मजदूरी का काम करता है। शुक्रवार को भी वह मजदूरी पर गया हुआ था। दोपहर करीब 1:30 बजे अचानक भरभराकर मकान की छत गिर गई।
जिस समय छत गिरी उस समय उनके तीनों बच्चे 8 वर्षीय हुमैरा, 4 वर्षीय आहद, 6 वर्षीय हुजैफा अपनी मां रुबीना के साथ मकान के अंदर थे, जिसमें 8 वर्षीय हुमैरा की मौत हो गई जबकि 6 वर्षीय हुजैफा एवं 4 वर्षीय आहद घायल हो गए। रूबीना कमरे में दूसरी ओर होने के कारण बच गई। घायलों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया। जहां दोनों का उपचार चल रहा है।
सूचना पर नायब तहसीलदार जसविंदर सिंह ने मौका मुआयना किया। इस दौरान कस्बे के लोगों ने परिवार को ₹5 लाख का मुआवजा दिलाने की मांग की है। बाद में परिजनों ने पुलिस ने पोस्टमार्टम न कराने की बात कही। हालांकि पुलिस ने समझाया भी लेकिन परिजन नहीं माने। इस पर पुलिस ने पंचनामा भरकर शव परिजनों को सौंप दिया है।