मुजफ्फरनगर। हवा की खराब गुणवत्ता से सांसों का संकट खड़ा हो रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स 340 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सांस और अस्थमा के रोगियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि घर से निकलते समय मॉस्क का प्रयोग करना चाहिए।
पिछले एक सप्ताह से जिले की हवा का गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है। 11 मई को एक्यूआई 239 पर था, जबकि बुधवार को यह 340 पर पहुंच गया। सांस के रोगियों के अलावा लोगों को आंखों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दुपहिया वाहन चलाने के दौरान आंखों में जलन की स्थिति देखी गई। लोग मॉस्क लगाए हुए भी नजर आए।
तिथि एक्यूआई
11 मई 239
12 मई 244
13 मई 236
14 मई 272
15 मई 340
तापमान में चल रहा उतार-चढ़ाव
तिथि अधिकतम तापमान
11 मई 36.2 डिग्री
12 मई 37.4 डिग्री
13 मई 37.4 डिग्री
14 मई 38.5 डिग्री
15 मई 39.4 डिग्री
शहर में नई मंडी के अलावा अब महावीर चौक पर भी हवा की गुणवत्ता दर्शाने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है। दोनों जगह हवा की गुणवत्ता दर्शाई जा रही है।
हवा की गुणवत्ता खराब होने के पीछे निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही, सड़कों पर उड़ती धूल और धुआं मुख्य वजह है। निर्माण स्थलों और फैक्टरियों पर मानकों का पालन नहीं किया जाता। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि कई बार नोटिस जारी किए गए हैं। दोबारा निरीक्षण करेंगे। सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार का कहना है कि खराब हवा से बचने के लिए मॉस्क का प्रयोग जरूर करें। सुबह और शाम के समय घर से निकलने से बचाव करें। किसी तरह की समस्या आने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।