बिजनौर। जिले का प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का लक्ष्य नए सिरे से तय हुआ है। अब बिना छत के ग्रामीणों को अधिक घर मिल सकेंगे। सबसे अधिक आवास कोतवाली ब्लॉक मिले हैं। जबकि अफजलगढ़ ब्लॉक को सबसे कम आवास का लक्ष्य है। डीएम उमेश मिश्रा ने पात्र लाभार्थियों के चयन में पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए हैं।

डीआरडीए के परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी के अनुसार शासन का लक्ष्य आवास विहीन लोगों को आवास उपलब्ध कराना है। योजना केंद्र सरकार की है। जिले को गांव वार आवास का आवंटन आनलाइन होता है। जिले से पात्र लाभार्थियों की सूची अपलोड होती है। वरीयता सूची शासन से बनती है।

तिवारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 का आवास लक्ष्य पुन: निर्धारित होकर आया है। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 5571 आवास बनेंगे। सबसे अधिक 788 आवास कोतवाली ब्लाक तथा सबसे कम 288 आवास अफजलगढ़ ब्लाक में बनेंगे।

परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी के मुताबिक आवास लक्ष्य 5571 के विपरीत 1398 आवास स्वीकृत हो गए हैं। बताया ग्रामीणों को 4173 आवास आवंटित होने हैं। आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शासन की पात्रता की शर्त तय है। डीएम उमेश मिश्रा ने लाभार्थियों के चयन में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। अपात्र लोगों के चयन के लिए बीडीओ जिम्मेदार होंगे।

परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी ने बताया कि लाभार्थी को आवास निर्माण के लिए 01.20 लाख रुपये मिलेंगे। पैसा तीन बार में मिलेगा। पहली किस्त 40 हजार रुपये आवास की नींव भरने के बाद, दूसरी किस्त 70 हजार रुपये तथा तीसरी किस्त 10 रुपये मिलेगी। किश्त लाभार्थी के बैंक खाते में जाएगी। लाभार्थी वहीं खाता नंबर दे जो लिंक हो।