मुजफ्फरनगर। घंटों तक उपचार न मिलने से प्रेस फोटोग्राफर राशिद खान का निधन हो गया। रविवार सुबह हालत बिगड़ने पर स्वजन उन्हें जिला अस्पताल ले गए थे। वहां से चिकित्सकों ने व्यवस्था न होने की बात कहकर कोविड-19 हास्पिटल मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज भेज दिया था, जहां घंटों हास्पिटल का गेट नहीं खुला। घंटों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद राशिन खान ने एम्बूलेंस में ही दम तोड दिया।

करीब चार दशक से प्रेस फोटोग्राफी से जुड़े राशिद खान को एक पखवाड़ा पूर्व पाजिटिव मिलने पर कोविड-19 हास्पिटल मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार होने पर पांच दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। उन्हें घर पर ही आक्सीजन पर रखा गया था। उनके जीजा अमजद खान ने बताया कि रविवार सुबह अचानक राशिद की हालत बिगड़ गई। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उपचार की व्यवस्था न होने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिये थे।

फोटो पत्रकार के रूप में लगभग 40 वर्षो तक अपनी सेवा देने वाले जिंदादिल इंसान राशिद खान रविवार को कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए हैं। उनके असमय निधन से हर कोई दुखी है। विगत 12 अप्रैल को बुखार होने पर उन्हें एक चिकित्सक को दिखाया गया था, उपचार के दौरान उनकी हालत ख़राब होने पर जिला अस्पताल में उनका कोरोना टैस्ट कराया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई थी और उन्हें बेगराजपुर मैडिकल में भर्ती कराया गया था, जहां वह स्वास्थ्य में सुधार के बाद 22 अप्रैल को छुट्टी लेकर अपने घर पर रहकर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे, लेकिन विगत दिवस अचानक हालत बिगड़ गई और आक्सीजन लगानी पडी थी।

फिर से हालत बिगड़ने पर उन्हें एंबुलेंस से बेगराजपुर मैडिकल ले जाया गया, लेकिन 1 घंटे तक भी मैडिकल का गेट नहीं खोला गया और चिकित्सकों ने बेड खाली ना होने की बात कहकर गेट खोलने से इंकार कर दिया। यह हालत तब रही, जब सीडीओ और सीएमओ ने भी मैडिकल में फोन कर राशिद खान को भर्ती करने को कहा, इसी जद्दोजहद के बीच लगभग 11 बजे राशिद खान ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया।

मुजफ्फरनगर न्यूज एप एवं दैनिक अमरीश समाचार बुलेटिन परिवार परमपिता परमात्मा से प्रार्थना करता हैं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवार को इस असहनीय दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

उधर, राशिद खान की दर्दनाक मौत से मुजफ्फरनगर के मीडियाकर्मियों में रोष व्याप्त हो गया। मीडिया सेंटर के अध्यक्ष अनिल रॉयल, महामंत्री बिनेश पंवार सहित पूरी कार्यकारिणी ने अब सरकारी तंत्र पर भरोसा करने के बजाय कोरोना से अपने संसाधनों के दम पर जंग लडने का फैसला किया है। पत्रकारों के कोरोना पॉजिटिव होने तथा आपातकालीन स्थिति में मीडिया सेंटर में ही उनके उपचार की व्यवस्था कराई जाएगी। इसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था भी की जा रही है। यदि आवश्यकता पडी तो मीडिया सेंटर परिसर में ही कोरोना से पीडित पत्रकारों के लिए बैड आदि की व्यवस्था कराई जाएगी।