लखनऊ।  होलिका दहन के लिए एक हजार रुपये चंदा देने से मना करने करने पर टेढ़ी पुलिया चौराहा के साथ घरौंदा कॉम्प्लेक्स के पीछे हरीश चंद्र कश्यप उर्फ रोहित (35) को चचेरे भाई पुनीत ने साथी चांद बाबू के साथ मिलकर पीट दिया। बचाने आई आई पत्नी को भी पीट दिया। मारपीट के बाद घर आने पर हरीश की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी चचेरे भाई को हिरासत में ले लिया है। दूसरे की तलाश में दबिश दे रही है।

फास्टफूड विक्रेता हरीश चंद्र कश्यप, पत्नी पूनम, दो बेटियों रिया व शिवानी, मां कांति देवी व पिता शंकर लाल के साथ रहते थे। मां कांति ने बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12 बजे चाय का ठेला लगाने वाले ठाकुर नामक युवक ने हरीश को चौराहे पर मिलने के लिए बुलाया।

यहां हरीश के चचेरे भाई पुनीत और उसके दोस्त चांद बाबू ने होलिका दहन के लिए एक हजार रुपये चंदा मांगा। हरीश ने इन्कार किया तो पुनीत व चांद बाबू ने बेरहमी से पीट दिया। हरीश की पत्नी बचाने आईं तो उसे भी पीट दिया।
आरोपियों ने अभद्रता भी की। हरीश के सिर में अंदरूनी चोट लगने से शाम को तबीयत बिगड़ गई। परिजन उन्हें अलीगंज स्थित निजी नर्सिंग होम में ले गए। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

एसीपी गाजीपुर ए. विक्रम और विकासनगर पुलिस हरीश के घर पहुंच गई। एसीपी ने बताया कि पूनम की तहरीर पर पुनीत व चांद बाबू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने आरोपी पुनीत को हिरासत में ले लिया है, लेकिन पुलिस अभी इन्कार कर रही है।

हरीश की मां कांति देवी का आरोप है कि दोपहर में हुई मारपीट की घटना के बाद बेटा व बहू शिकायत लेकर विकासनगर थाने गए थे। पहले तो उन्हें काफी देर बैठाए रखा। इसके बाद पुलिस ने बहू को मेडिकल के लिए भेज दिया। आरोप है कि तहरीर देने के बाद भी केस दर्ज नहीं किया। शाम को हरीश की मौत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। लापरवाही के आरोप पर एसीपी गाजीपुर का कहना है कि हरीश की पत्नी पूनम शिकायत लेकर थाने आई थीं। उन्हें मेडिकल के लिए भेजा गया था, पर कोई तहरीर नहीं मिली थी। इसलिए केस दर्ज नहीं किया गया।

हरीश का परिवार होली की तैयारी में जुटा था। हरीश ने बच्चों को नए कपड़े दिलाए थे। बुधवार शाम हरीश की मौत से त्योहार की खुशियां गम में बदल गईं।