नई दिल्ली. सफल और सुखद जीवन जीने की लालसा सभी के मन में होती है, लेकिन कुछ लोग जान-बूझकर अपना जीवन बर्बाद कर लेते हैं. चाणक्‍य नीति में ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है जिनका जीवन बोझ की तरह होता है. ऐसे जातक जीवन में ना तो कभी सफल होते हैं और ना ही सम्‍मान, सुख पाते हैं. इनका जीवन दिशाहीन और नीरस होता है. वे अपना महत्‍वपूर्ण जीवन बर्बाद कर देते हैं और आखिर में पछताते हैं.

– जो लोग नकारात्‍मक जीवन जीते हैं. जिनके जीवन में कोई मकसद नहीं होता है, उनका जीवन व्‍यर्थ है. ऐसे लोग दिशाहीन जीवन जीते हुए अपनी जिंदगी और कीमती समय बर्बाद कर देते हैं.

– जो लोग आलसी होते हैं और कर्म नहीं करते हैं. वे धरती पर बोझ की तरह होते हैं. ऐसे लोग हमेशा अपमानित होते हैं और सम्‍मानहीन जीवन जीते हैं.

– जिन लोगों में दया की भावना नहीं होती है, जो किसी की मदद नहीं करते हैं. ऐसे लोग मानव कहलाने योग्‍य नहीं होते हैं. इनका जीवन किसी के काम नहीं आता है और विपत्ति आने पर अकेले पड़ जाते हैं. ऐसे जातक नुकसान पाते हैं.

– जो लोग बेवजह क्रोध करते हैं, हमेशा दूसरों से लड़ते रहते हैं, वे दूसरों का सुकून भी छीन लेते हैं. ऐसे लोग अपने ही बल्कि पूरे परिवार के लिए नुकसान, बदनामी का कारण बनते हैं. ऐसे जातक बाद में अपने आक्रामक स्‍वभाव के कारण बड़ा नुकसान उठाते हैं और पछताते हैं.

– जो व्‍यक्ति दान-धर्म न करे, उसका जीवन भी व्‍यर्थ होता है. ऐसा व्‍यक्ति ना तो इस जन्‍म में अच्‍छा जीवन पाता है बल्कि अगले जन्‍म में भी दुख पाता है. ऐसे लोगों पर देवी-देवता कृपा नहीं करते हैं.