नई दिल्ली| हिन्दू धर्म में विवाह पंचमी पर्व का विशेष महत्व है। इस विशेष दिन पर माता सीता और प्रभु श्री राम के पूजा का विधान है। मार्गशीर्ष मास को बहुत ही पवित्र महीना माना जाता है। इस मास में पड़ने वाले सभी व्रत-त्योहारों का विशेष महत्व है। बता दें कि मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन विवाह पंचमी पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विवाह पंचमी के दिन ही माता सीता और प्रभु श्री राम का विवाह हुआ था।

विवाह पंचमी के दिन राम-सीता जी की पूजा करने से भक्तों को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और उनके सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। ज्योतिष शास्त्र में विवाह पंचमी के सन्दर्भ में कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से सभी राशियों के जातकों को लाभ मिलता है। आइए जानते हैं विवाह पंचमी पर राशि के अनुसार किन उपायों को करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है और उनके सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

मेष राशि- मेष राशि के जातक इस दिन श्री राम और माता सीता की पूजा। साथ ही उनके सामने धूप-दीप जलाएं, और हर दिन ‘ॐ नमो नारायण’ मंत्र का 21 बार जाप करें।

वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातक ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ का 21 बार जाप करें और श्री राम और माता को फल का भोग लगाएं। वह विवाह पंचमी के दिन उपवास जरूर रखें।

मिथुन राशि- विवाह पंचमी के दिन मिथुन राशि के उपवास रखें और जानकी जी व श्री राम जी की उपासना करें। साथ ही उन्हें फूल अर्पित करें। इसके साथ इस दिन हवन का आयोजन भी करें।

कर्क राशि- श्री राम और माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कर्क राशि के जातक ‘ॐ श्री राम’ का जाप 21 बार करें और अपनी माता का आशीर्वाद जरूर लें। इस दिन उपवास रखने से भी विशेष लाभ मिलता है।

सिंह राशि- सिंह राशि के जातक इस दिन श्री राम और सीता जी के साथ-साथ मां दुर्गा की पूजा करें। साथ ही वह सूर्य देव व शुक्र देव की पूजा करें।

कन्या राशि- कन्या राशि के जातक इस दिन हवन का आयोजन करें और रामायण का पाठ अवश्य करें। इसके साथ वह ‘ॐ जय राम’ का जाप करें।

वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातक विवाह पंचमी के दिन माता पार्वती और मां सीता की पूजा करें और ‘ॐ जय राम सीता राम’ का जाप करें।