बिजनौर। गांव बिश्नोईवाला के पूर्व प्रधान सोनवीर उर्फ सोनू के पिता एवं वन विभाग में कर्मचारी नरेंद्र सिंह (59) की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनका शव गांव के ही जंगल में मिला। हत्या के खुलासे के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया है।
नरेंद्र सिंह रविवार देर शाम सिंचाई करने अपने खेत पर गए थे। कोतवाली रोड पर गांव महेश्वरी जट में उनका धर्म कांटा भी है। सिंचाई करने के बाद अक्सर वह धर्म कांटे पर सो जाते थे। सोमवार सुबह पड़ोस के गांव रहमापुर निवासी अजयपाल गन्ने के खेत में पहुंचे तो उन्होंने वहां नरेंद्र सिंह का शव पड़ा देखा। उनके सिर में सामने से सटाकर गोली मारी गई थी, जो सिर के पार हो गई थी। मृतक के बेटे सोनवीर ने अज्ञात में हत्या का मामला दर्ज कराया है।
कोतवाली देहात। परिजनों ने घटना अज्ञात में दर्ज कराई है। मृतक जैकेट पहने हुए थे, परिजनों का कहना हैं कि यह जैकेट उनकी नहीं है। उन्होंने आशंका जताई कि हत्यारोपियों की जैकेट हो सकती है, जिसे घटना से पहले उन्होंने नरेंद्र सिंह को पहनाया होगा। यही जैकेट खुलासे में अहम कड़ी साबित हो सकती है।
खेत पर जाते हुए नरेंद्र सिंह अक्सर अपने हाथ में एक डंडा रखते थे। अब यह डंडा उनके शव के पास ही पड़ा मिला। नरेंद्र सिंह उत्तराखंड वन निगम में स्केलर के पद पर तैनात थे। इस पद पर उनकी बहाली कोर्ट में लंबे समय तक मुकदमा लड़ने के बाद हुई थी। फिलहाल उनकी ड्यूटी कोटद्वार में चल रही थी, ड्यूटी के बाद अपने गांव लौट आते थे।
सोमवार की सुबह विश्नोईवाला के ही रहने वाले अजयपाल पड़ोस के गांव रहमापुर में स्थित गन्ने के खेत पर पहुंचे तो उन्होंने नरेंद्र सिंह का शव पड़ा देखा। नरेंद्र सिंह के सिर में गोली लगी हुई थी, मौके पर खून भी बिखरा मिला। सूचना पर नरेंद्र सिंह परिजन और पुलिस को दी गई। आसपास के सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ भी मौके पर जमा हो गई। थाना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार और सीओ नगीना भी मौके पर पहुंच गए। एएसपी देहात राम अर्ज भी घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी ली। मृतक के बेटे सोनवीर की ओर से अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
गन्ने के खेत में गोली लगा शव पड़ा मिला है। मामले में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करते हुए तीन टीमों का गठन किया गया है। कई पहलुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही हत्या का खुलासा कर दिया जाएगा।